संयुक्त राष्ट्र के निरस्त्रीकरण मामलों की उच्च प्रतिनिधि इज़ूमी नाकामित्सू ने राजदूतों को सीरिया के रासायनिक हथियार कार्यक्रम का ख़ात्मा करने के लिये, सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव संख्या 2118 (2013) के पालन के बारे में ताज़ा जानकारी देते हुए कहा कि वो अनेक वर्षों से हर महीने ये ज़ोर देती रही हैं कि अनसुलझी विसंगतियों का मतलब है कि सीरिया निर्धारित शर्तों व नियमों का पालन नहीं कर रहा है.
प्रयास ‘विफल’
उच्च प्रतिनिधि ने कहा कि सुरक्षा परिषद में उनके पिछले सम्बोधन के बाद से, निरस्त्रीकरण मामलों का कार्यालय, रासायनिक शस्त्रों के निषेध के लिये यूएन समर्थित बहुराष्ट्रीय संगठन (OPCW) में सम्बद्ध अधिकारियों के साथ नियमित सम्पर्क में रहा है, जिस दौरान अनसुलझे मुद्दों पर स्पष्टता बढ़ाने की कोशिश की गई है.
इज़ूमी नाकामित्सू ने कहा कि दुर्भाग्य से OPCW के तकनीकी सचिवालय द्वारा किये गए तमाम प्रयासों में नाकामी ही हाथ लगी है.
सहायता की कोशिश
सुरक्षा परिषद के सदस्यों को हाल के समय में बताया गया था कि संगठन के तकनीकी सचिवालय ने सीरिया को ऐसी अनसुलझी घोषणाओं और अन्य दस्तावेज़ों के बारे में बताया था जो 2019 से ही लम्बित हैं, जिनमें 20 अनसुलझे मुद्दे शामिल हैं.
उच्च प्रतिनिधि ने कहा, “मुझे बताया गया है कि संगठन के तकनीकी सचिवालय को सीरिया की तरफ़ से अब भी वांछित जानकारी मुहैया नहीं कराई गई है.”
उन्होंने कहा कि तमाम अनसुलझे मुद्दों को बन्द करने के लिये, सीरियाई अरब गणराज्य का पूर्ण सहयोग बहुत ज़रूरी है.
पूर्ण सहयोग आश्वस्त
OPCW के तकनीकि सचिवालय ने संयुक्त राष्ट्र के निरस्त्रीकरण मामलों के कार्यालय UNODA की प्रमुख को आश्वस्त किया है कि सचिवालय, सीरिया की घोषणाओं सम्बन्धी तमाम आवश्यकताओं की पूर्ण पूर्ति सुनिश्चित करने के लिये, पूरी तरह समर्पित है.
सचिवालय ने कन्वेन्शन, OPCW की नीतियों, और सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव संख्या 2118 के तहत सीरिया की अनेक ज़िम्मेदारियों की पूर्ति में देश की सहायता करने प्रतिबद्धता जारी रखने का संकल्प फिर दोहराया है.
इज़ूमी नाकामित्सू ने कहा, “मैं इस अवसर का सदुपयोग करते हुए, OPCW के कामकाज की स्वतंत्रता, निष्ठा, पेशेवर विशेषज्ञता, निष्पक्षता और वस्तुनिष्ठता के लिये अपना समर्थन जारी रखने का संकल्प दोहराती हूँ.”
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