अयोध्या5 मिनट पहले
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श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास
फिल्म आदि पुरूष के पात्रों और उनकी वेश भूषा का अयोध्या के संतों ने किया विरोध किया है। श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख और विक्रमादित्य महोत्सव समिति के अध्यक्ष स्वामी राजकुमार ने इस सनातन धर्म पर हमला बताया है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म-संस्कृति के साथ छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
‘हिंदू धर्म के लोगों से तत्काल माफी मांगे’
स्वामी राजकुमार दास ने कहा कि अयोध्या और श्रीराम की संस्कृति लोक कल्याण के लिए हैंlइसे धन कमाने का साधन नहीं बनाया जाना चाहिए। हिंदू धर्म पर फिल्म बनाने वालों को पहले संस्कृति का ज्ञान लेना चाहिए। इसके बाद ही फिल्म बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस फिल्म के निर्माता तुरंत संतों और हिंदू धर्म के लोगों से तत्काल माफी मांगेl
हनुमत निवास के महंत डॉक्टर मिथिलेश नंदिनी शरण
हनुमत निवास के महंत डॉक्टर मिथिलेश नंदिनी शरण ने कहा कि रावण और हनुमान की भूमिका, वेश भूषा बहुत ही निंदनीय हैl सैफ अली खान रावण न दिखकर अलाउद्दीन खिलजी का रोल अदा करते दिख रहे हैं। उन्होंने लंबी दाढ़ी रखी है। हनुमान के कान में कुंडल नहीं है और वे काले वस्त्र पहने हुए हैं।
उदासीन ऋषि आश्रम रानोपाली के महंत डॉक्टर भरत दास
उदासीन ऋषि आश्रम रानोपाली के महंत डॉक्टर भरत दास ने कहा कि श्रीराम लंका गए ही नहीं। फिल्म आदि पुरुष में श्रीराम को सीता को लाने के लिए लंका जाने की बात दिखाई जा रही है, यह रामायण के प्रतिकूल है जिसका हम अयोध्या के संत जोरदार विरोध कर फिल्म की हर कार्रवाई रोकने की मांग करते हैं।
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