रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News प्रवर्तन निदेशालय, ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के दो सहयोगियों चंदन यादव और सूरज पंडित को गुरुवार को हिरासत में लिया है। ईडी ने इन्हें तब पकड़ा, जब ये अपने मोबाइल से पंकज मिश्रा की बातचीत करा रहे थे। पंकज मिश्रा वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं और जेल मैनुअल के अनुसार उन्हें एक कैदी की तरह रहना है। उन्हें किसी भी तरह के संचार उपकरणों के उपयोग की मनाही है। ईडी इनके विरुद्ध स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करा सकती है।
ईडी को पहले से मिल रही थी सूचना
ईडी को लगातार सूचना मिल रही थी कि मनी लांड्रिंग के मामले में उसने जितने भी वीवीआइपी कैदियों को न्यायिक हिरासत में भेजा है, वे जेल मैनुअल को ताक पर रखकर सभी सुख-सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। यह कानून सम्मत नहीं है। संताल के क्षेत्र में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में अनुसंधान के दौरान ईडी ने गत 19 जुलाई को पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था। उससे रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की गई थी। इसी बीच पंकज मिश्रा की तबीयत बिगड़ी और तब से ही वे रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत हैं।
न्यायिक हिरासत में इलाजरत पंकज मिश्रा रिम्स के पेइंग वार्ड से अपने इन्हीं दोनों सहयोगियों के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में रहते और बातचीत करते थे। ईडी को छानबीन में पता चला है कि पंकज मिश्रा की सर्वाधिक बातचीत 11 मोबाइल नंबरों पर हुई है, जो वरिष्ठ अधिकारियों से संबंधित है। गुरुवार को ईडी ने जब उनके दोनों सहयोगियों को रंगे हाथ पकड़ा, तब पंकज मिश्रा साहिबगंज के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से बात कर रहे थे।
बाबूलाल मरांडी और सरयू राय ने की आलोचना
न्यायिक हिरासत में पंकज मिश्रा द्वारा फोन के इस्तेमाल पर विपक्ष ने कड़ा रवैया अख्तियार किया है। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मैं शुरू से कहता था कि साहिबगंज में पंकज मिश्रा की सरकार चलती है। वहां का डीसी, एसपी सरकारी अफसर की तरह नहीं बल्कि पंकज के लठैत नौकर जैसा काम कर रहा है। समय के साथ इसकी परत खुल रही है।
पकड़े गए भ्रष्टाचार के कैदियों को मोबाइल फोन से अफसरों से बात करने की सुविधा देकर सरकार चलाने में सहयोग लेने वाला झारखंड देश का पहला राज्य बन गया है। पूर्व मंत्री सरयू राय ने कहा कि ईडी के अभियुक्त झारखंड सरकार के वरीय अधिकारियों के साथ लगातार फोन पर संपर्क में हैं। दो निजी व्यक्ति अपने फोन से इनकी बातचीत करा रहे हैं। यही स्थिति होटवार के कैदी वार्ड 11ए की है। कोई न कोई यहां के दो बंदियों से रोज बात कर रहा है। ईडी इसकी जांच करे।
Edited By: Alok Shahi
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