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हिसार। कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा की प्रदेश में 10 हजार नए किसानों को मत्स्य पालन से जोड़कर प्रगतिशील किसानों की श्रेणी में शामिल किया जाएगा ताकि उनकी आमदनी में बढ़ोतरी की जा सके।
कृषि मंत्री रविवार को फ्लेमिंगो टूरिस्ट कांप्लेक्स में एक्वाकल्चर एक्सपो 2022 को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करने के लिए मत्स्य पालन के व्यवसाय को अपनाने के लिए आगे आना चाहिए। राज्य सरकार ने आने वाले दो-तीन वर्षों के दौरान प्रदेश में 10 हजार नए किसानों को मत्स्य पालन के व्यवसाय से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्य किया जाएगा। झींगा पालन के व्यवसाय को किसानों की आमदनी बढ़ाने का बेहतर विकल्प बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में 9 हजार मीट्रिक टन झींगा मछली उत्पादन को आगामी दो-तीन वर्षों में बढ़ाकर एक लाख मीट्रिक टन तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। मत्स्य पालन व्यवसाय में बढ़ोतरी करने और किसानों को सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट एवं कोल्ड स्टोरेज बनाए जाएंगे।
स्टॉल का किया निरीक्षण
उन्होंने एक्वाकल्चर एक्सपो 2022 में मत्स्य पालन क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न देश की प्रतिष्ठित कम्पनियों द्वारा लगाई गई स्टॉल का निरीक्षण किया। साथ ही किसानों के लिए बीज, दवा एवं अन्य संसाधनों से जुड़ी कंपनी प्रतिनिधियों के साथ विस्तार से बातचीत की। एक्सपो-2022 में हरियाणा, पंजाब एवं राजस्थान के मत्स्य पालन व्यवसाय से जुड़े हजारों किसानों ने भाग लिया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर हरियाणा कृ़षि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बीआर कम्बोज, लुवास के कुलपति डॉ. विनोद वर्मा, मत्स्य विभाग के निदेशक धर्मेंद्र सिंह, संयुक्त निदेशक श्रीपाल राठी व पवन कुमार, हरियाणा एक्वा फूड के प्रोमोटर रविन्द्र सिंह, जिला मत्स्य पालन अधिकारी भीम सिंह, मत्स्य अनुसंधान अधिकारी अनिल कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
हिसार। कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा की प्रदेश में 10 हजार नए किसानों को मत्स्य पालन से जोड़कर प्रगतिशील किसानों की श्रेणी में शामिल किया जाएगा ताकि उनकी आमदनी में बढ़ोतरी की जा सके।
कृषि मंत्री रविवार को फ्लेमिंगो टूरिस्ट कांप्लेक्स में एक्वाकल्चर एक्सपो 2022 को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करने के लिए मत्स्य पालन के व्यवसाय को अपनाने के लिए आगे आना चाहिए। राज्य सरकार ने आने वाले दो-तीन वर्षों के दौरान प्रदेश में 10 हजार नए किसानों को मत्स्य पालन के व्यवसाय से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्य किया जाएगा। झींगा पालन के व्यवसाय को किसानों की आमदनी बढ़ाने का बेहतर विकल्प बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में 9 हजार मीट्रिक टन झींगा मछली उत्पादन को आगामी दो-तीन वर्षों में बढ़ाकर एक लाख मीट्रिक टन तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। मत्स्य पालन व्यवसाय में बढ़ोतरी करने और किसानों को सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट एवं कोल्ड स्टोरेज बनाए जाएंगे।
स्टॉल का किया निरीक्षण
उन्होंने एक्वाकल्चर एक्सपो 2022 में मत्स्य पालन क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न देश की प्रतिष्ठित कम्पनियों द्वारा लगाई गई स्टॉल का निरीक्षण किया। साथ ही किसानों के लिए बीज, दवा एवं अन्य संसाधनों से जुड़ी कंपनी प्रतिनिधियों के साथ विस्तार से बातचीत की। एक्सपो-2022 में हरियाणा, पंजाब एवं राजस्थान के मत्स्य पालन व्यवसाय से जुड़े हजारों किसानों ने भाग लिया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर हरियाणा कृ़षि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बीआर कम्बोज, लुवास के कुलपति डॉ. विनोद वर्मा, मत्स्य विभाग के निदेशक धर्मेंद्र सिंह, संयुक्त निदेशक श्रीपाल राठी व पवन कुमार, हरियाणा एक्वा फूड के प्रोमोटर रविन्द्र सिंह, जिला मत्स्य पालन अधिकारी भीम सिंह, मत्स्य अनुसंधान अधिकारी अनिल कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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