जागरण संवाददाता, वाराणसी : बीएचयू के कृषि शताब्दी प्रेक्षागृह में आयोजित थिंक इंडिया के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के तीसरे दिन रविवार को इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य एवं लीडर शौर्य डोवाल ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है।
1947 में जब भारत स्वाधीन हुआ तो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 30 मिलियन डालर थी, लेकिन राष्ट्र के युवाओं के परिश्रम का परिणाम है कि आज हमारी जीडीपी तीन ट्रिलियन डालर तक पहुंच गई है। डाेवाल ने कहा कि अगर भारत की अर्थ व्यवस्था 10 प्रतिशत की दर से भी बढ़ती रही तो आने वाले 25 वर्षों यानी 2047 तक 41 ट्रिलियन डालर तक होगी।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा आजादी के बाद जीडीपी में 25 साल कृषि की भागीदारी प्रमुख रही है। इसके बाद 25 साल तक मूलभूत ढांचा, इसके आगे 25 तक सूचना तकनीकी की अहम भूमिका है। अब आने वाला 25 साल में अहम भूमिका स्टार्टअप्स की होगी।
अब अमेरिका या चीन ही भारत के प्रतिद्वंद्वी रहेंगे। बाकी सभी देशों से हम जल्द ही आगे निकलने वाले हैं। वक्ता हिरण्मय महंता ने निरंतर शुरू हो रहे स्टार्टअप्स में युवाओं के भूमिका के बारे में चर्चा की। कहा कि योयो, भारत पेज जैसे बड़े स्टार्टअप्स शुरू करने वाले युवा कम उम्र में ही हजारों युवाओं को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। वहीं छोटे पैमाने पर उद्योगों की हो रही निरंतर वृद्धि बुनियादी ढांचों को मजबूत करेगी।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में पाालिसी एंड गवर्नेंस व जी- 20 विषय पर सिद्धार्थ वर्मा, अजय कश्यप व विक्टर चर्चा की। विक्टर ने कहा कि भारत में एक अद्वितीय परिप्रेक्ष्य है। जी-20 एक महत्वपूर्ण मंच हैं जहां भारत की मेजबानी एक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्वयं को स्थापित करने में होगी। भारत व इंडोनेशिया के युवा विद्यार्थियों को भी नेतृत्वकर्ताओं में शामिल होना होगा तब जाकर परिवर्तन हो सकेगा।
अजय कश्यप ने कहा हम अपने आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं । उन्होंने प्रधानमंत्री के वाक्य “भारत न किसी से आंख उठाकर बात करेगा न आंख झुकाकर, आंख मिलाकर बात करेगा भारत” पर चर्चा की। कहा कि कुछ वर्षों पहले शुरू हुई जन धन योजना का प्रभाव यह रहा कि विश्व में एक वर्ष में खुले अकाउंट्स में से 44 प्रतशित खाता अकेले भारत में खोल दिए गए। कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्थानीय स्तर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री (पूर्वी उत्तर प्रदेश) घनश्यान शाही, राष्ट्रीय मंत्री साक्षी सिंह आदि की अहम भूमिका रही।
Edited By: Saurabh Chakravarty
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