खजुराहो5 घंटे पहले
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खजुराहो में TFGI का 23वां राष्ट्रीय अधिवेशन 5-6 और 7 तारीख को टूरिज्म प्रमोशन के उद्देश्य से अयोजित किया जा रहा है। 19 साल बाद खजुराहो में यह सम्मेलन दूसरी बार अयोजित किया जा रहा है। जिसमें प्रमुख रुप से खजुराहो के पर्यटन को प्रमोट करने के उद्देश्य से यहां की विभिन्न विसंगतियों के निराकरण हेतु भी पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों एवं मध्य प्रदेश का भारत सरकार के प्रतिनिधियों के साथ बैठक सुनिश्चित की गई है।
टूरिस्ट फेडरेशन ऑफ इंडिया के 23वें वार्षिक सम्मेलन के माध्यम से देश भर के भारत सरकार द्वारा रीजनल एवं स्टेट लेवल के गाइड सम्मिलित होकर पर्यटन की संभावनाएं समस्याएं व उनके निराकरण हेतु विचार विमर्श करेंगे। साथ ही खजुराहो सहित आसपास के टूरिज्म सेंटर को भी किस तरह से विकसित किया जाए। वह खजुराहो को वन नाइट डेस्टिनेशन से बढ़ाकर दो और तीन नाइट का डेस्टिनेशन बन सके इसके लिए भी प्रयास किए जाएंगे।
खजुराहो के पर्यटन को बढ़ावा देने में बाधक कनेक्टिविटी तथा समुचित प्रचार-प्रसार ना होना भी पाया जा रहा है साथ ही इस सम्मेलन के माध्यम से आर्कलॉजिकल डिपार्टमेंट के द्वारा खजुराहो में ऑफलाइन टिकट ना होना तथा महंगी फ्लाइट टिकट्स साथ ही खजुराहो जैसे महत्वपूर्ण स्थल को रेलवे कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए बनारस लखनऊ तथा देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों से जोड़े जाने की संभावनाओं पर भी बल दिया गया। खजुराहो को पर्यटन के दृष्टिकोण से वृद्धि देने के लिए पन्ना नेशनल पार्क जैसा एक बेहतरीन स्थल भी है साथ ही खजुराहो को टूरिस्ट हब के तौर पर विकसित करके यहां के आसपास पर्यटन क्षेत्रों को भी अगर कनेक्टिविटी के माध्यम से जोड़ दिया जाए तो पर्यटक यहां 1 दिन से ज्यादा रुक कर खजुराहो के पर्यटन व्यवसाय में वृद्धि कर सकता है।
इस अवसर पर धरोहर गाइड खजुराहो एसोसिएशन के अध्यक्ष बलवीर गौतम तथा योगेंद्र सिंह चंदेल ने भी अपने विचार रखे। पत्रकार वार्ता के दौरान टीजीएफआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनुराग शुक्ला, स्थानीय गाइड गोविंद दास रजक, फहीम खान, प्रियंक गौतम, सुरेश ताम्रकार, अजय सिंह व आनंदपाल भी उपस्थित रहे।
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