भारतीय पहलवानों ने गुरुवार देर रात खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की और 4 घंटे तक चली इस बैठक में अनुराग ठाकुर ने उन्हें कुछ प्रस्ताव दिए.
Image Credit source: PTI
कुश्ती महासंघ और इसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ भारतीय पहलवानों की बगावत और तेज हो गई है. भारत के शीर्ष पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों से WFI अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह तो सकते में हैं ही, खेल केंद्रीय खेल मंत्रालय भी अचानक उठे इस बवाल से भौंचक्का रह गया है और यही कारण है कि खेल मंत्रालय प्रदर्शनकारी पहलवानों को मनाने में जुटा है. इसी कोशिश में गुरुवार 19 जनवरी की देर रात खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से मुलाकात की और जानकारी के मुताबिक, खेल मंत्री ने पहलवानों के सामने 3 प्रस्ताव रखे.
बुधवार 18 जनवरी को महिला खिलाड़ियों के यौन शोषण और पहलवानों की मानसिक प्रताड़ना जैसे गंभीर आरोपों की बौछार के बाद विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने पूरे देश में सनसनी फैला दी थी. उसके बाद से ही ये तीनों शीर्ष पहलवान धरने पर बैठे हैं और बृजभूषण के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
खेल मंत्री ने दिये 3 प्रस्ताव
पहलवानों के प्रदर्शन के बाद हरकत में आए खेल मंत्रालय ने गुरुवार को उनके साथ दो बार मुलाकात की. दिन में पहले मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक हुई, जिसके बाद देर रात मंत्री अनुराग ठाकुर से साथ चर्चा हुई. यहां पहलवानों ने अपनी शिकायतें बताई, जबकि खेल मंत्री ने अपनी ओर से सुलह के प्रस्ताव दिए. सूत्रों के मुताबिक, करीब 4 घंटे की बैठक में अनुराग ठाकुर ने तीन कदमों के प्रस्ताव उनके सामने रखे-
1- यौन शोषण के लिए तीन मेंबर समिति बनाई जाए. प्रदर्शनकारी पहलवान ही तीनों सदस्यों के नाम प्रस्तावित करें, जो जांच करेंगे.
2- हम कुश्ती संघ के अध्यक्ष को बर्खास्त नहीं कर सकते क्योकि वो एक चुनी हुई संस्था के अध्यक्ष हैं. जब तक जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट नहीं देती, तब तक बृजभूषण शरण सिंह अपने आप को कुश्ती संघ से अलग कर लेंगे और किसी को कार्यवाहक अध्यक्ष बना दिया जाएगा.
3- जिन कोच पर गंभीर आरोप हैं, उनको भी जांच पूरी होने तक कुश्ती संघ से अलग कर लेंगे.
यौन शोषण पर नहीं दी ठोस जानकारी
हालांकि, एक चौंकाने वाली जानकारी ये भी निकलकर आई है कि यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पहलवान इस बैठक के दौरान कुछ भी ठोस जानकारी नहीं दे पाए. इतना ही, बीती रात खिलाड़ियों ने कहा था कि वे कल सुबह फिर से आएंगे और सरकार के प्रस्ताव पर बात करेंगे लेकिन शुक्रवार दोपहर तक भी ये खिलाड़ी उनके पास नहीं पहुंचे थे.
इतना ही नहीं, सूत्रों ने ये भी बताया कि दुर्व्यवहार के आरोप लगा रही दो बार की वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडलिस्ट विनेश फोगाट खुद टोक्यो ओलिंपिक के दौरान टीम ड्रेस की बजाए अपने स्पॉन्सर की ड्रेस पहनकर मैट पर उतरी थीं. इस पर उनको बाद में कुश्ती संघ और भारतीय ओलंपिक संघ की तरफ से डांटा गया था लेकिन कुश्ती संघ ने फिर भी उनके ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की.
सरकार जल्द चाहती है समाधान
सूत्रों के मुताबिक, सरकार के लिए भी ये प्रदर्शन चिंता का कारण है और वो चाहती है कि ये शर्मिंदगी की वजह में न बदल जाए. सरकार जल्द से जल्द इस प्रदर्शन को खत्म करवाना चाहती है क्योंकि क्योंकि गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में दिन नहीं बचे हैं.
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post