राजनांदगांवएक घंटा पहले
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स्वास्थ्य शिविर में दवाइयों का भी वितरण किया गया।
धनवंतरी जयंती पर महापौर हेमा देशमुख ने चिखली में शासकीय आयुष पाली क्लीनिक द्वारा आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेला व शिविर का शुभारंभ किया। लगभग 635 नागरिकों ने अपने स्वास्थ्य का परीक्षण कराया। लोगों ने बल्डप्रेशर, डायबिटीज एवं हीमोग्लोबीन का परीक्षण कराया। मरीजों का औषधि का वितरण भी किया गया। खांसी, सर्दी, मधुमेह, ब्लडप्रेशर, लीवर, पेट संबंधी बीमारी के इलाज के लिए औषधियों वितरण किया गया। नागरिकों को स्वास्थ्यवर्धक काढ़ा का वितरण किया गया।
महापौर देशमुख ने कहा कि भारतीय संस्कृति में स्वस्थ व दीर्घायु होने के लिए प्राचीन काल से आयुर्वेद की परंपरा रही है। चरक संहिता व वेदों में इसकी जानकारी मिलती है। हमारे बुजुर्गों ने आयुर्वेद को अपनाया है और हम उनसे सीखते आए हैं। समय की रफ्तार में अपनी जमीन नहीं छोडऩा चाहिए। हमारे ऋषि-मुनि स्वस्थ्य रहने के लिए आयुर्वेद के बारे में बताते है। स्वस्थ एवं दीर्घायु रहने के लिए आयुर्वेद को अपनाएं। हर घर में आयुर्वेद है। नीम, तुलसी, जामुन, आंवला, अदरक, जीरा, तिल हर घर में होते हैं। जिनका दैनिक जीवन में उपयोग किया जाता है। हम इसका सही तरीके से उपयोग करना सीखें। पहले बुजुर्ग दीर्घायु होते थे एवं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होते थे। फास्ट फूड की आदतें बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
जीवनशैली ठीक नहीं होने से घेर रही गंभीर बीमारी
अंत्यायवसायी वित्त विकास निगम के अध्यक्ष धनेश पाटिला ने कहा कि आधुनिक जीवन शैली ठीक नहीं होने के कारण कई तरह की बीमारियां हो रही है। आयुर्वेद बहुत जरूरी है। जड़ी-बूटी का सही ढग़ से उपयोग कर जीवन शैली में अपनाएं तो फायदा होगा। सभी स्वस्थ रहने के लिए आयुर्वेद को अपनाएं। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. रमाकांत शर्मा ने आयुर्वेद के महत्व व इलाज से स्वस्थ्य रहने के संबंध में जानकारी दी।
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