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– स्टेट मीटिंग में उठा मुद्दा, मंगलवार को जिला स्तरीय कमेटी की बैठक में बनाया जायेगा फुल प्रूफ प्लान
संवाद न्यूज एजेंसी
मुजफ्फरनगर। जिले के 829 परिवार बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं है। 12 गंभरी बीमारियों के लिए होने वाले टीकाकरण से दूर हैं। यूनिसेफ की रिपोर्ट में यह सामने आय है।
स्टेट मीटिंग में इन परिवारों की ‘उदासीनता’ को गंभीर चुनौती मानते हुए जिला स्तर पर इनको मनाकर टीकाकरण के लिए राजी करने के लिए निर्देशित किया गया है। इस पर अब स्वास्थ्य विभाग ने भी जिले में टीकाकरण के नियमित अभियान को इन घरों की दहलीज तक ले जाकर इनको जोड़ने के लिए फुल प्रूफ प्लान बनाने को तैयारी कर ली है। जनपद में ऐसे ‘उदासीन’ परिवारों की संख्या 829 है। ये परिवार स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंतन और मंथन का बड़ा कारण होने के साथ ही इनको मनाने की चुनौती विभागीय स्तर पर बड़ा सिरदर्द बनी है।
मिशन इंद्रधनुष और अन्य विशेष अभियान में टीकाकरण का आंकड़ा बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों टीबी, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, काली खांसी, डिप्थीरिया, टिटनेस, हिब इंफेक्शन, निमोनिया, दस्त, खसरा व रूबेला और दिमागी बुखार से बचाने के लिए ही यह टीकाकरण कराया जाता है। नियमित टीकाकरण न कराने से बच्चे उक्त गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों को जोड़ना सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है, क्योंकि इनके माता पिता से कोई भी सकारात्मक योगदान नहीं मिल पा रहा है। बच्चों का टीकाकरण नहीं कराने वाले ऐसे परिवारों को स्वास्थ्य विभाग ने वैब फैमिली वैक्सीन अवॉइडेंस बिहेवियर घोषित किया है। इन परिवारों को स्वास्थ्य विभाग तरह-तरह की झिझक और भ्रांतियों के कारण उदासीन परिवारों में शामिल करते हुए अभियान से जोड़ने की कवायद में है। इसके लिए जिले के सभी धर्म गुरुओं, प्रभावशाली व सहयोगी व्यक्तियों को साथ लिया जा रहा है।
हम लगातार प्रयास कर रहे: विनय
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ विनय कुमार का कहना है कि नियमित टीकाकरण के लिए वैब फैमिली को जोडऩे का काम किया जा रहा है। पिछले सप्ताह भी कुछ ऐसी फैमिली को लोगों के सहयोग और यूनिसेफ व डब्ल्यूएचओ के कर्मियों के साथ मिलकर टीकाकरण से जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में अब करीब 750 वैब फैमिली हैं। उनको भी मना लिया जायेगा। संपूर्ण टीकाकरण के मामले में जनपद का प्रतिशत 94 है।
प्रत्येक बच्चे का टीकाकरण लक्ष्य: तरन्नुम
एसएम नेट यूनिसेफ डीएमसी तरन्नुम ने बताया कि नियमित टीकाकरण को प्रभावी बनाने के लिए स्टेट लेवल की मीटिंग हो चुकी है। अब मंगलवार को जिला स्तर पर मीटिंग होने की संभावना है, इसमें जनपद में टीकाकरण के लिए फुल प्रूफ प्लान बनाया जायेगा।
– स्टेट मीटिंग में उठा मुद्दा, मंगलवार को जिला स्तरीय कमेटी की बैठक में बनाया जायेगा फुल प्रूफ प्लान
संवाद न्यूज एजेंसी
मुजफ्फरनगर। जिले के 829 परिवार बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं है। 12 गंभरी बीमारियों के लिए होने वाले टीकाकरण से दूर हैं। यूनिसेफ की रिपोर्ट में यह सामने आय है।
स्टेट मीटिंग में इन परिवारों की ‘उदासीनता’ को गंभीर चुनौती मानते हुए जिला स्तर पर इनको मनाकर टीकाकरण के लिए राजी करने के लिए निर्देशित किया गया है। इस पर अब स्वास्थ्य विभाग ने भी जिले में टीकाकरण के नियमित अभियान को इन घरों की दहलीज तक ले जाकर इनको जोड़ने के लिए फुल प्रूफ प्लान बनाने को तैयारी कर ली है। जनपद में ऐसे ‘उदासीन’ परिवारों की संख्या 829 है। ये परिवार स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंतन और मंथन का बड़ा कारण होने के साथ ही इनको मनाने की चुनौती विभागीय स्तर पर बड़ा सिरदर्द बनी है।
मिशन इंद्रधनुष और अन्य विशेष अभियान में टीकाकरण का आंकड़ा बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों टीबी, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, काली खांसी, डिप्थीरिया, टिटनेस, हिब इंफेक्शन, निमोनिया, दस्त, खसरा व रूबेला और दिमागी बुखार से बचाने के लिए ही यह टीकाकरण कराया जाता है। नियमित टीकाकरण न कराने से बच्चे उक्त गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों को जोड़ना सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है, क्योंकि इनके माता पिता से कोई भी सकारात्मक योगदान नहीं मिल पा रहा है। बच्चों का टीकाकरण नहीं कराने वाले ऐसे परिवारों को स्वास्थ्य विभाग ने वैब फैमिली वैक्सीन अवॉइडेंस बिहेवियर घोषित किया है। इन परिवारों को स्वास्थ्य विभाग तरह-तरह की झिझक और भ्रांतियों के कारण उदासीन परिवारों में शामिल करते हुए अभियान से जोड़ने की कवायद में है। इसके लिए जिले के सभी धर्म गुरुओं, प्रभावशाली व सहयोगी व्यक्तियों को साथ लिया जा रहा है।
हम लगातार प्रयास कर रहे: विनय
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ विनय कुमार का कहना है कि नियमित टीकाकरण के लिए वैब फैमिली को जोडऩे का काम किया जा रहा है। पिछले सप्ताह भी कुछ ऐसी फैमिली को लोगों के सहयोग और यूनिसेफ व डब्ल्यूएचओ के कर्मियों के साथ मिलकर टीकाकरण से जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में अब करीब 750 वैब फैमिली हैं। उनको भी मना लिया जायेगा। संपूर्ण टीकाकरण के मामले में जनपद का प्रतिशत 94 है।
प्रत्येक बच्चे का टीकाकरण लक्ष्य: तरन्नुम
एसएम नेट यूनिसेफ डीएमसी तरन्नुम ने बताया कि नियमित टीकाकरण को प्रभावी बनाने के लिए स्टेट लेवल की मीटिंग हो चुकी है। अब मंगलवार को जिला स्तर पर मीटिंग होने की संभावना है, इसमें जनपद में टीकाकरण के लिए फुल प्रूफ प्लान बनाया जायेगा।
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