टीकाराम डिग्री कॉलेज के सभागार में सेमिनार को संबोधित करती पूनम बजाज व मंचासीन राजा महेंद्र प्र?
– फोटो : CITY OFFICE
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राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि तकनीकी संसाधनों से ही शिक्षा को बिना किसी व्यवधान के निरंतर जारी रखा गया, जिससे सत्र नियमित हो सका।
शनिवार को वह टीकाराम कन्या महाविद्यालय में आईसीएसएसआर की ओर से ‘नई शिक्षा नीति 2020 स्टेप टुवर्ड्स डिजिटल इंडिया’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटलकरण की शुरुआत कोविड महामारी के दौरान हुई। राजकीय महाविद्यालय बादलपुर गाजियाबाद की प्रो. दिनेश शर्मा ने ई-लर्निंग, आई लर्निंग, ऑनलाइन शिक्षा, वर्चुअल शिक्षा, आरवीआर आदि नवीन तकनीकी के बारे में पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी।
टीआर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. शर्मिला शर्मा ने कुलपति, महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव हरि प्रकाश गुप्ता, राजीव अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि पूनम बजाज, क्रीड़ा परिषद के प्रांतीय सह मंत्री मनोज शर्मा, इंडियन बैंक के प्रबंधक दिलीप कुमार सिन्हा का स्वागत किया। सेमिनार की समन्वयक प्रो. उम्मे कुलसुम ने एनईपी-2020 के उद्देश्यों के बारे में बताया।
संचालन डॉ. ममता श्रीवास्तव ने किया। संगोष्ठी के प्रथम दिन आठ तकनीकी सत्र किए गए, जिनमें से दो ऑनलाइन प्रेजेंटेशन, दो पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन व चार ऑफलाइन विभिन्न महाविद्यालय के प्रतिभागियों ने संगोष्ठी पत्र प्रस्तुत किए। अध्यक्षता आरबीएस कॉलेज आगरा के प्रो. विनोद कुमार ने की।
इस अवसर पर प्रो. अंजना डीएस कॉलेज, प्रो. गुंजन दुबे एएमयू, प्रो. महमूद आलम डीएस कॉलेज, आगरा विश्वविद्यालय के पूर्व डीन डॉ. गिर्राज किशोर, प्रो. मुकेश अग्रवाल एसवी कॉलेज, प्रो. राजेश कुमार पीसी बागला कॉलेज हाथरस, प्रो. शशिबाला त्रिवेदी एसवी कॉलेज, प्रो. रश्मि अत्री एएमयू आदि मौजूद रहे।
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि तकनीकी संसाधनों से ही शिक्षा को बिना किसी व्यवधान के निरंतर जारी रखा गया, जिससे सत्र नियमित हो सका।
शनिवार को वह टीकाराम कन्या महाविद्यालय में आईसीएसएसआर की ओर से ‘नई शिक्षा नीति 2020 स्टेप टुवर्ड्स डिजिटल इंडिया’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटलकरण की शुरुआत कोविड महामारी के दौरान हुई। राजकीय महाविद्यालय बादलपुर गाजियाबाद की प्रो. दिनेश शर्मा ने ई-लर्निंग, आई लर्निंग, ऑनलाइन शिक्षा, वर्चुअल शिक्षा, आरवीआर आदि नवीन तकनीकी के बारे में पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी।
टीआर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. शर्मिला शर्मा ने कुलपति, महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव हरि प्रकाश गुप्ता, राजीव अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि पूनम बजाज, क्रीड़ा परिषद के प्रांतीय सह मंत्री मनोज शर्मा, इंडियन बैंक के प्रबंधक दिलीप कुमार सिन्हा का स्वागत किया। सेमिनार की समन्वयक प्रो. उम्मे कुलसुम ने एनईपी-2020 के उद्देश्यों के बारे में बताया।
संचालन डॉ. ममता श्रीवास्तव ने किया। संगोष्ठी के प्रथम दिन आठ तकनीकी सत्र किए गए, जिनमें से दो ऑनलाइन प्रेजेंटेशन, दो पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन व चार ऑफलाइन विभिन्न महाविद्यालय के प्रतिभागियों ने संगोष्ठी पत्र प्रस्तुत किए। अध्यक्षता आरबीएस कॉलेज आगरा के प्रो. विनोद कुमार ने की।
इस अवसर पर प्रो. अंजना डीएस कॉलेज, प्रो. गुंजन दुबे एएमयू, प्रो. महमूद आलम डीएस कॉलेज, आगरा विश्वविद्यालय के पूर्व डीन डॉ. गिर्राज किशोर, प्रो. मुकेश अग्रवाल एसवी कॉलेज, प्रो. राजेश कुमार पीसी बागला कॉलेज हाथरस, प्रो. शशिबाला त्रिवेदी एसवी कॉलेज, प्रो. रश्मि अत्री एएमयू आदि मौजूद रहे।
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