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आजमगढ़। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सोमवार से शिब्ली इंटर कॉलेज में पुस्तक मेले का आयोजन होगा। सोमवार से शुरू हो रहे इस पुस्तक मेले का आगाज जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज द्वारा किया जाएगा। 23वें आजमगढ़ पुस्तक मेले की थीम एक भारत-श्रेष्ठ भारत रखी गई है। इसके साथ ही यह मेला स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित होगा।
आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर मेले की थीम- एक भारत श्रेष्ठ भारत रखा गया है। मेले में देश भर से हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू के दो दर्जन से अधिक नामचीन प्रकाशकों की किताबें प्रदर्शित की जा रही हैं। साईबर युग में शब्द, डिजीटल होते समय में किताबों की दुनिया, प्रकृति की रक्षा में साहित्य, समकालीन प्रश्न और साहित्य-संदर्भ सड़क सुरक्षा जैसे विषयों के माध्यम से नयी पीढ़ी को समकालीन प्रश्नों के समाधान के लिए जागृत किया जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ ने सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से अपील की कि इस किताबों की दुनिया से जुड़कर आजादी के अमृत महोत्सव का हिस्सा बनें। शिब्ली कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अफसर अली ने बताया कि नदी प्रवाह ही जीवन प्रवाह है ऐसे में मेले की थीम ‘नदिया गाती है’ महाविद्यालय परिसर के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए अवसर का सृजन है। शिब्ली इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य जैद नुरूल्लाह ने बताया कि आजमगढ़ पुस्तक मेले का आरंभ आजमगढ़ की तत्कालीन जिलाधिकारी श्री मुकेश कुमार मेश्राम की पहल पर हुआ था। वर्तमान में अब वे प्रमुख सचिव, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, उप्र सरकार हैं।
मेले के समन्वयक शुरूआत समिति के विकल्प रंजन ने बताया कि मेले में प्रतिदिन विद्यार्थियों के लिए संस्मरण लेखन, चित्रकला, सामान्य ज्ञान, वाद-विवाद, मीडिया लेखन, पुस्तक प्रश्नोत्तरी जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन नदियां गाती हैं, आजमगढ़ में पर्यटन की संभावना-धार्मिक पर्यटन, आर्द्र भूमि स्वस्थ जीवन का आधार है, वायु प्रदूषण परिवहन एवं यातायात प्रबंधन, आजमगढ़ में पर्यटन की संभावना-प्रकृति पर्यटन, इतिहास के पन्नों पर आजमगढ़ जैसे विषयों पर विमर्श का आयोजन किया जाएगा। मेले में नेशनल बुक ट्रस्ट, साहित्य अकादमी, राधाकृष्ण, राजकमल, प्रकाशन संस्थान, किताब घर, सेतु प्रकाशन, नई किताब, लोक भारती, विकल्प प्रकाशन, शुरूआत समिति, एनसीआरटी जैसे प्रकाशक हिस्सा ले रहे हैं।
आजमगढ़। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सोमवार से शिब्ली इंटर कॉलेज में पुस्तक मेले का आयोजन होगा। सोमवार से शुरू हो रहे इस पुस्तक मेले का आगाज जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज द्वारा किया जाएगा। 23वें आजमगढ़ पुस्तक मेले की थीम एक भारत-श्रेष्ठ भारत रखी गई है। इसके साथ ही यह मेला स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित होगा।
आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर मेले की थीम- एक भारत श्रेष्ठ भारत रखा गया है। मेले में देश भर से हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू के दो दर्जन से अधिक नामचीन प्रकाशकों की किताबें प्रदर्शित की जा रही हैं। साईबर युग में शब्द, डिजीटल होते समय में किताबों की दुनिया, प्रकृति की रक्षा में साहित्य, समकालीन प्रश्न और साहित्य-संदर्भ सड़क सुरक्षा जैसे विषयों के माध्यम से नयी पीढ़ी को समकालीन प्रश्नों के समाधान के लिए जागृत किया जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ ने सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से अपील की कि इस किताबों की दुनिया से जुड़कर आजादी के अमृत महोत्सव का हिस्सा बनें। शिब्ली कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अफसर अली ने बताया कि नदी प्रवाह ही जीवन प्रवाह है ऐसे में मेले की थीम ‘नदिया गाती है’ महाविद्यालय परिसर के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए अवसर का सृजन है। शिब्ली इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य जैद नुरूल्लाह ने बताया कि आजमगढ़ पुस्तक मेले का आरंभ आजमगढ़ की तत्कालीन जिलाधिकारी श्री मुकेश कुमार मेश्राम की पहल पर हुआ था। वर्तमान में अब वे प्रमुख सचिव, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, उप्र सरकार हैं।
मेले के समन्वयक शुरूआत समिति के विकल्प रंजन ने बताया कि मेले में प्रतिदिन विद्यार्थियों के लिए संस्मरण लेखन, चित्रकला, सामान्य ज्ञान, वाद-विवाद, मीडिया लेखन, पुस्तक प्रश्नोत्तरी जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन नदियां गाती हैं, आजमगढ़ में पर्यटन की संभावना-धार्मिक पर्यटन, आर्द्र भूमि स्वस्थ जीवन का आधार है, वायु प्रदूषण परिवहन एवं यातायात प्रबंधन, आजमगढ़ में पर्यटन की संभावना-प्रकृति पर्यटन, इतिहास के पन्नों पर आजमगढ़ जैसे विषयों पर विमर्श का आयोजन किया जाएगा। मेले में नेशनल बुक ट्रस्ट, साहित्य अकादमी, राधाकृष्ण, राजकमल, प्रकाशन संस्थान, किताब घर, सेतु प्रकाशन, नई किताब, लोक भारती, विकल्प प्रकाशन, शुरूआत समिति, एनसीआरटी जैसे प्रकाशक हिस्सा ले रहे हैं।
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