हाथरस, जेएनएन । एक महिला के लिए जो मां है और एंटरप्रेन्योर भी, अपना ख़ुद का व्यवसाय और बच्चों व परिवार को साथ लेकर चलना चुनौती भरा होता है। चुनौतियों के बावजूद कई महिलाएं यह दोनों ज़िम्मेदारी सफलतापूर्वक निभा लेती हैं। जब आप अपना ख़ुद का व्यवसाय शुरू करने का इरादा बना लेते हैं और जब आप यह ठान लेते हैं कि कुछ भी आपके और सफलता के रास्ते में कुछ नहीं आएगा तो बस वहीं से आपके सफल होने का रास्ता अपने आप बनने लगता है। हम सभी के लिए कोई ना कोई रोल मॉडल होता है। बच्चों के लिए उनका रोल मॉडल उनकी मां होती है। अपने बच्चों के लिए विरासत बनाना अभूतपूर्व अविश्वसनीय एहसास होता है, लेकिन जोखिम उठाए बिना सफलता नहीं मिलती है और कामयाब होने के लिए मेहनत करनी होगी। एक मां और एक एंटरप्रेन्योर के कर्तव्यों को साथ में निभाना आसान नहीं है, इसीलिए एक शेड्यूल सेट करें और अगर आप नया बिज़नेस शुरू कर रही हैं तो डरें नहीं, काम को समर्पण की ज़रुरत होती है। ये कहना है महिला उद्यमी नूर विशु सहगल का।
मां पर होती हैं ये जिम्मेदारियां
कामकाजी मां के लिए अपने बच्चों का ध्यान रखते हुए अपना व्यवसाय चलाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसीलिए उनके परिवार, दोस्तों या साथी उद्यमियों का साथ और समर्थन बहुत ज़रूरी होता है। बच्चों को और काम को संभालने के साथ-साथ ख़ुद की देखभाल बेहद मायने रखती है। इससे आपका तनाव कम होगा और आपको राहत भी मिलेगी तो ख़ुद के लिए समय निकालें और वह करें जो आपको पसंद हो और आपको ख़ुशी दे। कईं बार ऐसा होता है की कुछ अनप्लांड काम आ जाता है, जैसे अचानक बच्चे के स्कूल में कोई मीटिंग या बच्चे का बीमार होना, जिन्हें आप नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। ऐसे में सबसे ज़रूरी है कि आप ख़ुद को अच्छी तरह से संभालें।
सोच बदलने से मिलती है सीख
हर मां को कभी ना कभी गिल्ट फील होता है कि वह परफेक्ट पैरेंट नहीं बन पा रही हैं या काम कि वजह से बच्चों को समय नहीं दे पा रही हैं, लेकिन अगर आपको लगता है कि आप अपना बेस्ट कर रही हैं तो ख़ुद पर इतना कठोर ना हों। आपकी और उनकी आपसी समझ अच्छी होनी चाहिए। जब हम कुछ नया करने जाते हैं तो हमें संकोच होता है, आत्मविश्वास भी कम होता है, हमें लगता है की हम ग़लती कर देंगे, यह सभी के साथ होता है। ऐसा लगना ग़लत नहीं है, पर सोच को बदलने से ग़लती ना दोहराने और उससे सीखने में मदद मिली है।
महिला के लिए परिवार व बच्चे प्राथमिकता
नूर विशु सहगल का कहना है कि एक महिला के लिए उसका परिवार और उसके बच्चे उसकी प्राथमिकता होते हैं, और कहीं कुछ कमी रहने से वह तनावग्रस्त हो जाती हैं और ख़ुद को दोष देने लगती हैं। एक कामकाजी मां के रूप में व्यवसाय और घर साथ में संभालना आसान नहीं होता है। ऐसे समय में शांत मन से सोचें, आपको घर और काम में संतुलन बनाना होगा। वहीं परिवार के साथ से वह जो चाहें वह हासिल कर सकती है। कामकाजी मां के लिए उनके बच्चों, उनके पति और उनके परिवार का साथ और समर्थन उनके सफर को आसान बनाता है। जैसे-जैसे आपका व्यवसाय आगे बढ़ेगा आप अधिक अनुभवी और सक्षम बनेंगी।
Edited By: Anil Kushwaha
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