भोपाल, डेस्क रिपोर्र्ट। मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा शनिवार को परीक्षा का आयोजन किया गया था। MPPEB MPESB की तरफ से समूह एक उप समूह एक के अंतर्गत जिला वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी के पदों पर भर्ती के लिए संयुक्त परीक्षा कराई गई थी। जिसने बड़ी लापरवाही की खबर सामने आई है। हालांकि मामले में प्रभारी परीक्षा नियंत्रक ने स्पष्टीकरण देते हुए इसका महत्वपूर्ण कारण बताया है।
बता दे शनिवार को एक उप समूह के अंतर्गत जिला वरिष्ठ उद्यान विकास पदाधिकारी गुणवत्ता नियंत्रक के पदों पर भर्ती के लिए संयुक्त परीक्षा का आयोजन किया गया था। सुबह 9:00 बजे से शुरू हुई परीक्षा को 2 घंटे के बाद अचानक रोक दिया गया। वहीं सेंटर पर छात्रों को जानकारी दी गई कि परीक्षा प्रश्न पत्र में कुछ तकनीकी दिक्कत है। इसलिए परीक्षा का आयोजन द्वारा किया जाएगा।
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हालांकि इस बात पर उम्मीदवारों द्वारा काफी हंगामा किया गया। जबकि मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की ओर से भेजे गए निर्देश में कहा गया कि सभी सेंटर पर परीक्षा को तत्काल रोका जाए और आगामी आदेश तक इंतजार किया जाए। इस दौरान किसी भी उम्मीदवारों को सेंट्रल से बाहर जाने की सुविधा प्रदान नहीं की गई। आगामी निर्देशक में सर्वर से लोकल एरिया नेटवर्क केबल को हटाया गया और परीक्षा नियंत्रक के निर्देश के मुताबिक नए प्रश्न पत्र अपलोड किए गए।
मामले में प्रभारी परीक्षा नियंत्रक हेमलता का कहना है कि उम्मीदवारों द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी कि परीक्षा में पूछे गए प्रश्न आउट ऑफ सिलेबस है। जिसके कारण नया पेपर देकर दोबारा परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया। दूसरे बार नए सिरे से परीक्षा दोपहर 12:45 में शुरू हुई। कुल 1645 उम्मीदवारों द्वारा यह परीक्षा दी गई है। हालांकि यह स्थिति क्यों बनी, इसका परीक्षण किया जाएगा इसके बाद ही इस पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
इस दौरान उम्मीदवारों को बताया गया उम्मीदवारों की शिकायत है कि प्रश्नपत्र आउट ऑफ सिलेबस है। जिसके बाद उम्मीदवारों द्वारा परीक्षा कराने से इंकार कर दिया गया और कहा कि इसका आयोजन बाद में कराया जाए लेकिन उम्मीदवारों की नहीं सुनी गई। वही उम्मीदवारों को रोकने की कोशिश भी की गई।
कई उम्मीदवारों से लिखवाया गया कि वह अपनी मर्जी से सेंटर से परीक्षा छोड़कर जा रहे हैं। ऐसे में दोबारा से हुई परीक्षा में 30 से 40% उम्मीदवारों द्वारा परीक्षा दी गई हैl उम्मीदवारों को 3 घंटे की परीक्षा के लिए 6 घंटे सेंटर पर इंतजार करना पड़ा था।
इतना ही नहीं 14 पदों पर हो रही भर्ती परीक्षा के लिए यह तकनीकी समस्या राजधानी भोपाल के अलावा इंदौर ग्वालियर जबलपुर उज्जैन और सागर की कुल 19 परीक्षा केंद्रों पर हुई। सभी केंद्रों पर इस समस्या का सामना करना पड़ा है। उम्मीदवारों द्वारा परीक्षा के दौरान भी हंगामा किया गया। बता दें कि इस परीक्षा में 3687 उम्मीदवारों को शामिल होना था लेकिन तकनीकी समस्या के कारण 1645 उम्मीदवारों द्वारा ही परीक्षा संपन्न की गई है।
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