हल्द्वानी, जागरण संवाददता : Prasoon Joshi Uttarakhand Gaurav : गीतकार, लेखक, संगीतकार के साथ ही एडगुरु के नाम से मशहूर प्रसून जोशी की आज भले ही दुनियामें अलग पहचान है, मगर उत्तराखंड में जन्मे प्रसून आज भी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं। उनकी लेखनी में पहाड़ और प्रकृति की झलक अक्सर दिखाई देती है। इसीलिए आज उत्तराखंड सरकार उन्हें उत्तराखंड गौरव के सम्मान से नवाजने जा रही है।
17 साल की उम्र में लिखी थी पहली किताब
अपने कलम के बलबूते उत्तराखंड गौरव बन चुके प्रसून जोशी 16 सिंतबर 1971 को अल्मोड़ा नगर स्थित मोहल्ला स्यूनराकोट में जन्मे थे। हालांकि उनका परिवार मूल रूप से अल्मोड़ा के दन्यां से ताल्लुक रखता है। साहित्य के प्रति लगाव उन्हें विरासत में मिली। उनके पिता डीके जोशी पीसीएस अफसर थे तो मां सुषमा जोशी लाेकगायिका। ऐसे में उन्हें संगीत और साहित्य का वातावरण बचपन से मिला। विरासत में मिली इस अनुपम भेंट को उन्होंने अपने हुनर से और संवारा और मात्र 17 साल की उम्र में अपनी पहली किताब लिख डाली। किताब थी ‘मैं और वो’।
पहाड़ से सीखा जीवन का संघर्ष
प्रसून ने एक बार कहा था- प्रकृति अद्भुत है। यह हमें आपको संघर्ष करना सिखाती है। चुनौतियों से निपटने की प्रेरणा देती है। पहाड़ी जीवन जी चुके वह बताते हैं कि जटिल भूगोल वाले पहाड़ का जीवन आसान नहीं होता, मगर पर्वतीय वादियों में अध्यात्म की अनुभूति ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया। यहां से सीखे संघर्ष ने ही उन्हें जीवन जीने की प्रेरणा दी और वह अंतरराष्ट्रीय फलक पर चमकने लगे।
बने ऐड गुरु, दुनियाभर में मिली प्रसिद्धि
साहित्य में इतनी रुचि के साथ ही प्रसून विज्ञान के भी अच्छे जानकार हैं। भौतिक विज्ञान में उन्हाेंने पोस्ट ग्रेजुएशन किया और फिर एमबीए भी किया। पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने अपने करियर की शुरुआत दिल्ली की ऐड कंपनी O&M (Ogilvy and Mather) से की। उन्होंने 10 साल तक यहां पर नौकरी की। इसके बाद वो अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञापन कंपनी ‘मैकऐन इरिक्सन’ के कार्यकारी अध्यक्ष बन गए। इसी बीच वह ऐडगुरु बनकर उभरे। उनके कुछ विज्ञापनों के पंचलाइन ने उन्हें काफी नाम दिलाया।
सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष
2017 में उन्हें सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) का चेयरमैन बनाया गया। वह अब भी इसी पद पर हैं। सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष होने के साथ प्रसून McCann World के सीईओ भी हैं। इसी McCann World कंपनी ने मेक इन इंडिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेशी कैंपेन और जिंगल्स को डिजाइन किया है।
पीएम मोदी का लिया था सबसे लंबा इंटरव्यू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अप्रैल 2017 को लंदन में ‘भारत की बात सबके साथ’ कार्यक्रम के जरिए दुनिया को संबोधित किया। इसी दौरान गीतकार प्रसून जोशी ने उनका दो घंटे 20 मिनट तक इंटरव्यू लिया। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे लंबा इंटरव्यू लेने वाले कवि और लेखक हैं।
ऐडगुरु की लिखी प्रसिद्ध पंचलाइन
- ठंडा मतलब कोका कोला
- क्लोरमिंट क्यों खाते हैं? दोबारा मत पूछना
- बार्बर शॉप- ए जा बाल कटा ला
- ठंडे का तड़का… यारा का टशन
- अतिथि देवो भव:
- उम्मीदों वाली धूप, सनसाइन वाली आशा। रोने के बहाने कम हैं, हंसने के ज़्यादा
पुरस्कार
- सुपरहिट फ़िल्म ‘तारे ज़मीन पर’ के गाने ‘मां…’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मानित किया गया।
- सर्वश्रेष्ठ गीतकार का फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार (“मां” के लिए 2007 और “चांद् सिफ़ारिश” के लिए 2008)
- 2015 में उन्हे पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया।
- 2022 में उत्तराखंड गौरव
Edited By: Rajesh Verma
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