Publish Date: | Mon, 07 Nov 2022 08:37 PM (IST)
जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। सिख धर्म के प्रवर्तक श्री गुरुनानक देव का 553 वां प्रकाश पर्व रविवार को गैरीसन मैदान सदर में विविध कार्यक्रमों के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर श्री दरबार साहिब अमृतसर पंजाब का रागी जत्था जगदीप सिंह राजेवाल, अवतार सिंह होशियारपुर, रागी भाई नरिंदरसिंह, अखंड कीर्तनी जत्था श्री गुरुग्रंथ साहिब भवन, माता गुजरी महाविद्यालय एवं श्री गुरु गोविंद सिंह खालसा स्कूल की छात्राएं आदि गुरुवाणी शबद कीर्तन पेश करेंगी। ज्ञानी मनमोहन सिंह निमाणा पंजाब, प्रवचन एवं गुरुवाणी मीमांसा करेंगे।
यह आयोजन सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक निर्बाध चलेगा।
गुरु का अटूट लंगर दिनभर वितरित किया जाएगा। रात्रि कालीन कीर्तन दरबार शाम सात बजे आरंभ होकर रात 12 बजे तक चलेगा। यहां चाय, दूध एवं नाश्ता का लंगर वितरित होगा। प्रधान प्रताप सिंह विरदी महासचिव गुरुदेव सिंह रील एवं गुरु पर्व कमेटी ने धर्मप्राण श्रद्धालुओं से उपस्थिति की अपील की है।
कीर्तनी प्रभात फेरियां निकाली :
प्रकाश पर्व के अवसर पर नगर के विभिन्न् गुरुद्वारों एवं धार्मिक इमारतों को आकर्षक विद्युत छटा से सजाया गया है। नगर के विभिन्न् क्षेत्रों से आज प्रात: भोर बेला में कीर्तनी प्रभात फेरियां निकाली गई। गुरुनानक स्थली गुरुद्वारा मढ़ाताल में विगत दो माह से चल रहे श्री गुरुग्रंथ साहिब के श्रृंखलाबद्ध अखंड पाठों का सोमवार को समापन हो गया। उपनगरीय क्षेत्र खमरिया में भी श्री गुरुनानक जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी। श्रद्धालु सेवादारों ने आज रात भर कारसेवा द्वारा गुरु का लंगर पकाने की सेवा की इसमें खालसा विद्यालयों की शिक्षिकाएं एवं छात्रों का विशेष योगदान रहा। प्रकाश पर्व पर जनप्रतिनिधियों एवं सेवादारों को सम्मानित किया जाएगा।
उर्स मेला में अकीदतमंदों का जमावड़ा
जबलपुर। मदन महल पहाड़ी पर स्थित हजरत पीराने पीर की दरगाह में सोमवार को ग्यारहवीं शरीफ के उर्स मेला में हजारों की तादाद में अकीदतमंदों ने हाजिरी दी। दरगाह में चादरें व निशान चढ़ाए गए। नज्रो न्याज पेश की तथा लंगर तकसीम किया गया। जल्सागाह में अपरान्ह जल्सागाह में मुतवल्ली सैयद कादिर कादरी की सदारत मंे आयोजित जल्सए गौसिया में मौलाना सैयद शम्स रब्बानी, सज्जादानशीन बाबर खान बंदानवाजी तथा सूफी हजरात ने तकरीर पेश करते हुए फरमाया कि मदन महल दरगाह अकीदत का मर्कज है। यहां हाजिरी देने वालों की मुराद पूरी होती है। बासित अली कादरी ने नअत शरीफ व मनकबत पाक पेश की।
दस्तारबंदी : खादिमाने दरगाह मुबारक कादरी, निजाम अली, मंसूर अली, याकूब अली शाह, इनायत कादरी, आफताब कादरी, सैयद आबिद अली, जवाहर कादरी ने हाजिरीन की दस्तारबंदी कर इस्तकबाल किया। जलील शाह, शराफत अली, सलामत अली, अतहर कादरी, सैयद इदरीस अली, मुहम्मद अली, महफूज अली, असगर अली, रिजवान अली, राज कादरी, अमान कादरी ने तबरुक पेश किए। सायं मगरिब की नमाज के बाद सलातो सलाम पेश किया गया।
Posted By: Jitendra Richhariya
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