Edited By Yaspal,Updated: 08 Nov, 2022 07:31 PM
‘हिंदू’ शब्द की उत्पत्ति और इसके अर्थ पर अपनी टिप्पणी को लेकर व्यापक स्तर पर आलोचनाओं का सामना कर रहे कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकीहोली ने मंगलवार को कहा कि वह तो महज लिखित और प्रकाशित ग्रंथों का हवाला दे रहे थे
नेशनल डेस्कः ‘हिंदू’ शब्द की उत्पत्ति और इसके अर्थ पर अपनी टिप्पणी को लेकर व्यापक स्तर पर आलोचनाओं का सामना कर रहे कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकीहोली ने मंगलवार को कहा कि वह तो महज लिखित और प्रकाशित ग्रंथों का हवाला दे रहे थे। ‘हिंदू’ शब्द की उत्पत्ति ईरान से होने और इसका मतलब ‘अश्लील’ होने की टिप्पणी करने को लेकर उन्हें अपनी पार्टी से भी आलोचाना का सामना करना पड़ा है।
पूर्व मंत्री जारकीहोली ने मंगलवार को माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि वह इस मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं और यदि गलत साबित हुए तो वह विधायक के तौर पर इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जो कुछ कहा है, 90 प्रतिशत लोगों ने संभवत: इसे पूरी तरह से नहीं सुना होगा। महज इसलिए कि हिंदू शब्द का संदर्भ दिया गया है और जैसा कि मैंने कहा है कि इसका अश्लील मतलब होता है, उन्होंने अपने-अपने अनुसार इसकी व्याख्या कर दी। और इस तरह की चीजें अतीत में कई बार हुई हैं।”
जारकीहोली ने कहा कि हिंदू शब्द की उत्पत्ति ईरान से हुई है और इसके साक्ष्य हैं तथा 1963 में प्रकाशित शब्दकोश का हवाला देते हुए कहा कि इसका अर्थ अश्लील होता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जो कुछ कहा है वह मेरे विचार नहीं हैं और मैंने कहा है कि इस पर चर्चा होने दीजिए। यही मेरा उद्देश्य है लेकिन लोगों ने जैसा चाहा, वैसी व्याख्या की। मैं साक्ष्य के साथ चर्चा करने के लिए तैयार हूं…यदि कोई मुझे गलत साबित कर देगा तो, मैं विधायक के तौर पर इस्तीफा दे दूंगा।” यामकनमारडी से विधायक ने सवाल किया कि उन्हें माफी क्यों मांगनी चाहिए।
जारकीहोली ने कहा कि उन्होंने जो कुछ कहा है, वह उनका बयान नहीं है बल्कि जो कुछ लिखित में है और प्रकाशित है, उसका हवाला दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझ पर उंगली उठा रहे लोगों को इसे (साक्ष्य को) देखना चाहिए। मैंने वही किया है जो उन लोगों को करना चाहिए था।” उन्होंने कहा कि उन्हें एक ‘सिस्टम’ द्वारा निशाना बनाया जा रहा, जिसमें ‘मनुवादी’ भी शामिल हैं।
जारकीहोली ने रविवार को बेलगावी जिले के निप्पानी में ‘मानव बंधुत्व वेदिके’ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दावा किया था कि ‘हिंदू’ शब्द की उत्पत्ति ईरान से हुई है और इसका मतलब अश्लील होता है। उन्होंने कहा था कि कहीं और के एक शब्द और धर्म को यहां लोगों पर जबरन थोपा जा रहा है। उन्होंने इस विषय पर उपयुक्त चर्चा करने की मांग की।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सोमवार को कहा था कि सतीश जारकीहोली का बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और इसे खारिज किया जाना चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हम इसकी निंदा करते हैं…हिंदू धर्म जीवन जीने का एक माध्यम और सभ्यागत वास्तविकता है। कांग्रेस ने हमारे राष्ट्र का निर्माण हर धर्म, मान्यता और आस्था का सम्मान करने के लिए किया है।”
जारकीहोली से यह सवाल किये जाने पर कि कांग्रेस ने भी उनके बयान की निंदा की है, उन्होंने कहा कि पार्टी के नेताओं को तटस्थता के साथ प्रतिक्रिया देनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, ‘‘सुरजेवाला ने मेरे बयान की निंदा की, वह मुझसे उच्च प्राधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव ने उनसे बात की और स्पष्टीकरण मांगा। जारकीहोली ने कहा, ‘‘माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं है। मैंने जो कुछ कहा है उसकी सच्चाई का पता लगाने के लिए मुख्यमंत्री को एक समिति गठित करने दीजिए। यदि मैं गलत साबित हुआ तो इस्तीफा दे दूंगा।”
कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘हमारे राष्ट्रीय महासचिव सुरजेवाला ने प्रतिक्रिया व्यक्त कर दी है, वही मेरा रुख है।” प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डी के शिवकुमार ने जारकीहोली के बयान को खारिज करते हुए इसे उनका व्यक्तिगत विचार बताया और कहा कि वह स्पष्टीकरण मांगेंगे। इस बीच, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने जारकीहोली पर आरोप लगाया कि वह इस तरह के बयानों से सामज में माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि उनके बयान ने देश के लोगों की भावनाएं आहत की हैं। बी एस येदियुरप्पा सहित भाजपा के कई नेताओं और बोम्मई सरकार के मंत्रियों ने भी कथित हिंदू विरोधी बयान को लेकर जारकीहोली और कांग्रेस की आलोचना की।
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