Publish Date: | Wed, 09 Nov 2022 05:14 PM (IST)
Madhya Pradesh News: भोपाल (राज्य ब्यूरो)। प्रदेश में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के विरुद्ध होने वाले अपराधों की निगरानी के लिए विशेष पोर्टल तैयार किया जा रहा है। अपराध का बेहतर तरीके से विश्लेषण करने में यह पोर्टल सहायता करेगा। घटना स्थल की गूगल लोकेशन से लेकर पूरी जानकारी पोर्टल में अपलोड की जाएगी। साथ ही समय-समय पर नई जानकारियां भी जोड़ी जाएंगी।
अपराध के पीछे की वजह जानने के लिए विवेचना में ऐसे बिंदुओं को भी शामिल किया जाएगा, जिससे विवाद की असली वजह सामने आ सके। उदाहरण के तौर पर किसी गांव में अजा-अजजा के प्रति अपराध ज्यादा हो रहे हैं तो इसकी वजह दोनों पक्षों के बीच कई पीढ़ियों पुरानी दुश्मनी तो नहीं है।
पोर्टल अगले साल से काम करने लगेगा। इसमें प्रकरण कायम करने से लेकर पूरी जानकारी तत्काल डाली जाएगी। इसी कारण इसे रियल टाइम पोर्टल नाम दिया गया है। एडीजी अजाक राजेश गुप्ता ने बताया कि कई बार असली वजह वह नहीं होती जो घटना में दिखती है। एससी-एसटी के विरुद्ध होने वाले अपराध में भी कई बार घटना की मूल वजह जमीनी विवाद, पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही रंजिश या फिर कुछ और होती है।
इन कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत विवरण लेकर उनका विश्लेषण करना जरूरी होता है। पोर्टल इसमें सहायता करेगा। पोर्टल के शुरू होने से जिला स्तर से लेकर पुलिस मुख्यालय स्तर तक प्रकरणों की निगरानी भी आसान हो जाएगी।
किसी प्रकरण में चालान पेश करने में देरी हो रही है तो इसे भी अधिकारी देख सकेंगे। बता दें कि एससी-एसटी के विरुद्ध होने वाले अपराधों को कम करने के लिए प्रदेश में 906 हाटस्पाट चिन्हित किए गए हैं। यहां विशेष्ा निगरानी रखी जा रही है। गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने भी निर्देश दिए हैं कि इन क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जाए। चुनावी वर्ष होने की वजह से उन्होंने विशेष सतर्कता रखने को कहा है।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay
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