Dementia Disease Will Be Cured By Computer Based Games Mobile App Being Prepared Aiims For Patients – Delhi Aiims: खेल-खेल में भूल जाएंगे ‘भूलने की बीमारी’, 65 से अधिक 60 बुजुर्गों पर किया गया अध्ययन
60 की उम्र पार होने के साथ ही शुरू होने वाली भूलने की बीमारी ‘खेल-खेल’ में दूर हो जाएगी। इस उम्र में आकर करीब दो फीसदी लोगों में डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) की बीमारी पाई जाती है, वहीं 80 की उम्र में आते-आते यह आंकड़ा बढ़कर 15 फीसदी तक पहुंच जाता है, लेकिन अब बुजुर्ग कंप्यूटर पर खेल खेलकर डिमेंशिया की रोकथाम कर सकेंगे।
दरअसल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के डॉक्टरों ने अन्य डॉक्टर के साथ मिलकर 60 बुजुर्गों पर अध्ययन किया। इस अध्ययन में पाया गया कि कंप्यूटर आधारित खेल खेलने से दिमाग का व्यायाम होता है और याद रखने की क्षमता बढ़ जाती है। कंप्यूटर बेस गेम का फायदा उन्हीं मरीजों पर बेहतर होता है, जिन पर यह थेरेपी शुरूआती दौर से ही की जाए।
इस अध्ययन से जुड़े एम्स जीरिएट्रिक विभाग के वरिष्ठ डॉ. प्रसून चटर्जी ने बताया कि अध्ययन के लिए 65 से अधिक उम्र के 60 बुजुर्ग का चयन किया गया। इन बुजुर्गो को चार ग्रुप में बांटा गया था। इसमें से पहले ग्रुप को कुछ भी नहीं दिया गया, जबकि दूसरे ग्रुप के बुजुर्गो को कंप्यूटर आधारित जर्मन बेस सॉफ्टवेयर पर गेम खिलवाया गया। यह खेल कई लेवल में थे। वहीं तीसरे ग्रुप को कंप्यूटर पर खेल के साथ खाने-पीने के सामान दिया गया। वहीं चौथे ग्रुप में कंप्यूटर पर गेम, खाने का सामान के साथ अन्य व्यायाम भी करवाए गए। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर आधारित गेम खेलने वाले बुजुर्गो में भूलने की क्षमता में भारी गिरावट देखी गई। वहीं गेम के साथ खाने-पीने व व्यायाम करने वाले बुजुर्गो में और ज्यादा सुधार देखा गया।
सप्ताह में दो दिन बुजुर्गो का चला सत्र डॉक्टर ने बताया कि चयनित बुजुर्ग को कंप्यूटर पर सप्ताह में दो बार 40 मिनट के लिए गेम खिलवाया गया। इस तरह के कुल 40 सत्र हुए। वहीं गेम के साथ व्यायाम सप्ताह में दो बार 24 सप्ताह तक करवाया गया। इस प्रक्रिया से याद रखने की क्षमता में काफी विकास हुआ। डॉ. चटर्जी ने कहा कि हमारे दिमाग में छह डोमिन है और यदि इनमें तनाव दिया जाए तो चित्र, नाम व अन्य सभी को याद रखने की क्षमता को विकास होता है। कंप्यूटर गेम के माध्यम से सभी डोमिन से जुड़े तनाव को बढ़ाया जाता है।
तैयार होगा मोबाइल एप्लीकेशन डॉ. चटर्जी ने कहा कि देश के दूर दराज क्षेत्रों तक कंप्यूटर गेम की सुविधा देने के लिए एम्स जल्द सॉफ्टवेयर तैयार करेगा। साथ ही मोबाइल एप्लीकेशन भी तैयार किया जाएगा जो न केवल सरल होगा बल्कि पहुंच भी आसान होगी। बता दें कि देश में 40 लाख से अधिक डिमेंशिया के मरीज हैं। इनमें बड़ी संख्या में मरीज 60 साल से अधिक हैं। कोरोना महामारी के बाद बुजुर्गो में यह समस्या ज्यादा बड़ी है।
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60 की उम्र पार होने के साथ ही शुरू होने वाली भूलने की बीमारी ‘खेल-खेल’ में दूर हो जाएगी। इस उम्र में आकर करीब दो फीसदी लोगों में डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) की बीमारी पाई जाती है, वहीं 80 की उम्र में आते-आते यह आंकड़ा बढ़कर 15 फीसदी तक पहुंच जाता है, लेकिन अब बुजुर्ग कंप्यूटर पर खेल खेलकर डिमेंशिया की रोकथाम कर सकेंगे।
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