बेंगलुरु, पीटीआइ। मैसूर से चेन्नई जाने वाली वंदे भारत ट्रेन को पीएम मोदी शुक्रवार को बेंगलुरु में हरी झंडी दिखाएंगे। यह दक्षिण भारत की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन होगी। रेलवे अधिकारियों के अनुसार बेंगलुरु से चेन्नई के लिए शताब्दी एक्सप्रेस, बृंदावन एक्सप्रेस और चेन्नई मेल जैसी कई ट्रेनें हैं। हालांकि स्पीड और सुविधाओं के मामले में इस लाइन पर अपने आप में एक अनोखी ट्रेन होगी।
तीन घंटे में पूरा होगा चेन्नई से बेंगलुरु तक का सफर
रेलवे अधिकारी ने बताया कि यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल सकती है। ट्रेन चेन्नई से बेंगलुरु का सफर सिर्फ 3 घंटों में पूरा करने की क्षमता रखती है। रेलवे ने बताया कि चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने वंदे भारत ट्रेन में इंटेलिजेंट ब्रेकिंग सिस्टम लगाया है, जिससे ट्रेन की स्पीड को बेहतर ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है। रेलवे ने कहा कि इस ट्रेन के सभी कोच में आटोमेटिक दरवाजे, विजुअल इंफार्मेशन सिस्टम , वाई-फाई सिस्टम और आरामदायक सीट की सुविधाएं है।
एक हजार से अधिक यात्री कर सकेंगे यात्रा
वंदे भारत ट्रेन में 16 कोच हैं, जिसमें 1128 यात्री सवार हो सकते हैं। यह ट्रेन बुधवार को छोड़कर सप्ताह में सभी दिन चेन्नई, बेंगलुरू और मैसूर के बीच चलेगी। वंदे भारत ट्रेन मैसूर से चेन्नई की 504 किमी के दूरी करीब 6 घंटे 40 मिनट में पूरी कर लेगी। इस ट्रेन में सफर करने की कीमत शताब्दी से मंहगी रहेगी। वंदे भारत ट्रेन की एक और खासियत है। दरअसल, आमतौर पर ट्रेन का वजन 1400 से 1500 टन के बीच होता है, लेकिन इस ट्रेन का वजन करीब 850 टन ही है।
हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का भी करेंगे मोदी उद्घाटन
पीएम मोदी वंदे इस दौरान भारत ट्रेन के अलावा बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का भी उद्घाटन करेंगे। टर्मिनल-2 लगभग पांच हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। बता दें कि हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 को गार्डन सिटी आफ बेंगलुरु के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में डिजाइन किया गया है।
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Edited By: Sonu Gupta
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