किन्नौर , नालगढ़ और चंबा सीट पर बीजेपी उम्मीदवारों को बागी नेता कड़ी टक्कर दे रहे हैं. फतेहपुर सीट से कृपाल परमार दावेदारों में से एक थे. चंबा जिले के भरमौर से जिया लाल कपूर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे . जिया लाल साल 2017 में बीजेपी के टिकट पर विधायक बने थे.
हिमाचल चुनाव
हिमाचल प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार सुबह आठ बजे से मतदान जारी है. हालांकि, शुरुआत में मतदान की गति धीमी रही, लेकिन धूप निकलने के साथ मतदाताओं की संख्या बढ़ रही है. दोपहर 12 बजे तक बूथों पर वोटरों की लंबी कतारें दिख रही हैं. कुल 28.5 लाख पुरुष मतदाता और 27 लाख महिला मतदाता तय करेंगे कि अगले पांच साल के लिए किस पार्टी की सरकार बनेगी. इस बार चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बागी नेताओं का विरोध का सामना करना पड़ रहा है. इनमें से कुछ नेता पार्टी का टिकट नहीं मिलने पर बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
जानिए कौन हैं वह छह बागी
- किन्नौर से साल 2007 में भाजपा के टिकट पर तेजवंत सिंह नेगी ने चुनाव लड़ा था और वह विधायक भी बने थे. पार्टी ने दोबारा साल 2012 में उनको टिकट दिया, लेकिन वह 120 वोटों से चुनाव हार गए थे. भाजपा ने इस बार टिकट नहीं दिया है. इससे नाराज हो वह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से बीजेपी के उम्मीदवार सूरत सिंह नेगी हैं.सूरत सिंह नेगी अभाविप से जुड़े रहे हैं. वह किन्नौर के ही रहने वाले हैं.
- नालगढ़ सीट से केएल ठाकुर साल 2012 में बीजेपी विधायक बने थे. लेकिन साल 2017 का चुनाव हार गए थे. इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है. वह पिछले 4-5 सालों से नालगढ़ में काफी सक्रिय रहे हैं. यहां से बीजेपी ने कांग्रेस से पार्टी में शामिल हुए लखविंदर राणा को टिकट दिया है. केएल ठाकुर बतौरा निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
- चंबा जिले के भरमौर से जिया लाल कपूर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे .जिया लाल साल 2017 में बीजेपी के टिकट पर विधायक बने थे. लेकिन, इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है. बीजेपी ने नया चेहरा डॉक्टर जनक राज को टिकट दिया गया है. जनक राज चिकित्सक हैं. यह पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं.
- कुल्लू जिले के आनी निर्वाचन क्षेत्र से किशोरी लाल बीजेपी विधायक हैं. इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है. इस बार माकपा से बीजेपी में शामिल हुए उम्मीदवार लोकेंद्र कुमार को टिया है. यह आरक्षीत सीट है. टिकट नहीं मिलने पर किशोरी लाल ने स्थानीय नेताओं पर साजिश का आरोप लगाया था.
- कांगड़ा जिले के इंदौरा से 2007 में बीजेपी से मनोहर धीमान विधायक बने थे. इस बार भी टिकट के दावेदारों में से एक थे. हालांकि, टिकट नहीं मिला. इस बार भारतीय जनता पार्टी ने वर्तमान विधायक रीता धीमान को टिकट दिया है.
- फतेहपुर सीट से कृपाल परमार बीजेपी के टिकट के दावेदारों में से एक थे. वह राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं. अब निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से वनमंत्री राकेश पठानिया बीजेपी के उम्मीदवार है. राकेश पठानिया पिछला चुनाव नूरपुर से लड़े थे.
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