महोली (सीतापुर)एक घंटा पहले
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धान खरीद में फर्जीवाड़े के आरोपी मनोरंजन चौबे को केंद्र से हटाकर जिला मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
महोली के बरगावां क्रय केंद्र पर फर्जीवाड़े को लेकर चर्चा में आए मनोरंजन चौबे पर आखिरकार कार्रवाई की गाज गिर ही गई। उन्हें क्रय केंद्र से हटाकर जिला मुख्यालय पर संबद्ध किया गया है। अधिकारियों की अभिलेखीय जांच जारी है। बताया जा रहा है कि आला अफसरों के निर्देश पर सरकारी धान खरीद के घोटालेबाजों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। धान खरीद में घोटाले की खबरों को ‘दैनिक भास्कर’ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
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बरगावां के प्रधान मनोज यादव ने 5 नवंबर को एसडीएम पूनम भास्कर से सरकारी धान खरीद में फर्जीवाड़े की शिकायत की। फिर बरगावां क्रय केंद्र संचालक मनोरंजन चौबे (विपणन निरीक्षक) पर गंभीर आरोप लगाए थे। 9 नवंबर को जांच करने के लिए एसडीएम पूनम भास्कर पहुंची। उन्होंने प्रथम दृष्टया केंद्र पर गड़बड़ी मिलने पर उनकी धान क्रय पंजिका जब्त कर ली थी। जिस वक्त अधिकारी केंद्र पर जांच-पड़ताल कर रहे थे, उसी कुछ लोगों ने शिकायत के संदेह में एक युवक की पिटाई कर दी थी। जिससे मामला और ज्यादा हाईलाइट हो गया।
मामले की जांच-पड़ताल करने पहुंची एसडीएम पूनम भास्कर।
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राजधानी तक पहुंची घोटाले की गूंज
घोटाले की गूंज राजधानी तक पहुंच गई। बुधवार को संभागीय खाद्य नियंत्रक संतोष कुमार बरगावां केंद्र पर जांच करने पहुंचे। यहां किसानों ने चौबे पर फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘चौबे जालसाजी कर रहे हैं,। यही आलम रहा तो यहां गोली चल जाएगी। आक्रोशित किसानों ने चौबे पर भूमिहीन किसानों से भी धान खरीद करने के आरोप लगाए। किसानों ने क्रय केंद्र का स्थान बदलने की भी मांग की थी।
क्रय केंद्र पर जांच-पड़ताल करते संभागीय खाद्य नियंत्रक।
जांच प्रभावित ना हो, इसलिए हटाया गया
बताया जा रहा है कि मनोरंजन चौबे यहां कई वर्षों से तैनात हैं। अपनी सियासी पैठ भी बना रखी है। एसडीएम महोली की जांच रिपोर्ट जिला मुख्यालय पर जाने के बाद अधिकारियों ने उन्हें क्रय केंद्र से हटाते हुए जिला मुख्यालय पर संबद्ध कर दिया है। फर्जीवाड़े की हकीकत जानने के बाद अधिकारी भी हैरान हैं। चर्चा तो यहां तक है कि जांच पूरी होने के बाद इनके खिलाफ और बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
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