Publish Date: | Sun, 13 Nov 2022 02:00 AM (IST)
बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कानन पेंडारी जू में पर्यटक सुरक्षित नहीं हैं। शनिवार की घटना के बाद जू प्रबंधन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। जू में अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इसके बाद पर्यटक जान बचाकर भागने लगे। इससे जू में अफरा- तफरी मच गई। इसी बीच मधुमक्खियों ने कई लोगों को काट लिया। एक पर्यटक मधुमक्खियों से पूरी तरह घिर चुका था। खास ये कि तब कई नन्हे बच्चे जू के अलग-अलग हिस्सों में खेल रहे थे तो वहीं कई लोग परिवार समेत यहां पहुंचे हुए थे। अफरातफरी के बीच वे खुद बचने और बच्चों को संभालने में जुटे रहे और जैसे-तैसे बाहर निकले। हालांकि सूचना मिलते के बाद वनकर्मी व जूकीपर पहुंचकर पर्यटकों को सुरक्षित बाहर तक लेकर आए। कुछ पर्यटकों ने इस अव्यवस्था को लेकर जू प्रबंधन को खूब खरी-खोटी भी सुनाई।
घटना दोपहर ढाई से तीन बजे की है। रोज की तरह कानन पेंडारी जू में पर्यटकों की भीड़ थी। जू प्रवेश करने के बाद पर्यटक अपने मुताबिक जू का लुत्फ उठा रहे थे। इसी बीच दो से तीन पर्यटक दौड़ते-भागते हुए कार्यालय पहुंचे। एक पर्यटक के हाथ-पैर में जख्म जैसे निशान थे। इसे देखकर कार्यालय में मौजूद अधिकारी व कर्मचारी हैरान रह गए। पर्यटक ने बताया की चिंकारा व सफेद हिरण के केज के पास मधुमक्खी पर्यटकों को काट रही हैं। यह सुनते ही अफसर भी सकते में आ गए। इसके बाद कार्यालय से बाहर निकले तो जू के अंदर अफरा- तफरी मची थी।
कुछ जूकीपर उन्हें बाहर निकलने में मदद भी कर रहे थे। मधुमक्खियां एक हिस्से में हमला कर रही थीं। फिर भी पर्यटकों के मन में एक डर था कि कहीं उन्हें न काट लें। कुछ पर्यटकों के साथ बच्चे भी थे। तमाम उपायों के बावजूद मधुमक्खियों ने पांच पर्यटकों को डंक मार दिया। पर्यटक जू प्रबंधन पर बेहतर नाराज भी दिखे। उसका कहना था कि इतने में जू प्राथमिक उपचार की कोई व्यवस्था नहीं है। हालांकि बाद में उन्हें उपलब्ध दवाइयांे के जरिए राहत देने की कोशिश की गई। लेकिन पर्यटकों में इस घटना को लेकर बेहद नाराजगी थी।
कंबल ओढ़ाकर लाना पड़ा बाहर
प्रत्यक्षदर्शी पर्यटक ने बताया कि एक पर्यटक मधुमक्खियों के बीच फंस गया था। वह एक पेड़ के नीचे खड़े होकर बचने का प्रयास कर रहा था पर मधुमक्खियां उसके ईद-गिर्द ही उड़ रही थीं। जब इसकी सूचना मिली तो जू प्रबंधन की ओर से एक कर्मचारी को भेजा गया। कर्मचारी जान दांव में लगाकर गमछा ओढ़कर पर्यटक के पास पहुंचा। उसके हाथ में एक कंबल भी था। कंबल को ओढ़ाकर पर्यटक को सुरक्षित जू के गेट से बाहर निकाला। इसके बाद ही अन्य उसने राहत की सांस ली।
पहले भी हो चुकी है घटना
पर्यटकों पर मधुमक्खी के हमले की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले हाथी गार्डन और कार्यालय के पास इसी तरह मधुमक्खियों का झुंड पर्यटकों पर टूट पड़ा था। गार्डन वाली घटना तो इतनी खतरनाक थी कि अभिभावक बच्चों को गोद में उठाकर भागते नजर आए थे। इसके बाद भी जू प्रबंधन की ओर से इस अव्यवस्था को दूर करने का ठोस इंतजाम नहीं कर पाया है।
जू के अंदर मार्ग किया बंद
जिस जगह पर मधुमक्खी काटने की घटना हुई है, वह चील चौक से आगे है। सतर्कता के तौर पर जू प्रबंधन द्वारा फौव्वारा चौक से लेकर पानी टंकी के आगे तक मार्ग बंद कर दिया। किसी भी पर्यटक को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी। हालांकि वजह जानने के बाद पर्यटकों ने इधर-उधर घूमने के बजाय घर वापस आना उचित समझा।
चीतल केज के पास पानी टंकी में है छत्ता
कानन पेंडारी जू के अंदर चीतल केज के पास एक पानी टंकी है। इसी टंकी पर मधुक्खियों का छत्ता है। यह कई दिनों से है। मधुमक्खियां किसी तरह नुकसान नहीं पहुंचा रही थीं। इस वजह से जू प्रबंधन भी छत्ते को नजरअंदाज कर रहा था। जू प्रबंधन को अभी तो यह नहीं स्पष्ट हो रहा है कि अचानक मधुमक्खियां हमला कैसे करने लगीं। बताया जा रहा है कि कुछ पक्षियों छत्ते के पास उड़ते हुए मधुमक्खियों को छेड़ दिया होगा। वहीं कुछ पर्यटकों का कहना है कि एक पर्यटक ने इतनी तेज परफ्यूम लगाया था, जिसकी गंध से मधुमक्खियां भड़क गई होंगी।
क्या कहता है प्रबंधन
दो से तीन पर्यटकों को मधुमक्खियों ने काटा है। यह पर्यटक कार्यालय पहुंचे, जिनका जू के अंदर ही प्राथमिक उपचार किया गया। किसी भी पर्यटकों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। मधुमक्खी अचानक कैसे आक्रोशित हुईं, यह स्पष्ट ही नहीं हो सका है।
संजय लूथर
अधीक्षक, कानन पेंडारी जू
Posted By: Abrak Akrosh
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