जम्मू, राज्य ब्यूरो : लोगों की लगातार बदल रही जीवनशैली, बेरोजगारी, तनाव सहित कई ऐसे कारण हैं, जिनसे जम्मू-कश्मीर में मधुमेह का रोग लगातार बढ़ता जा रहा है। डाक्टरों की मानें तो इस समय अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाला हर आठवें से नौवां व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित है, लेकिन इनकी संख्या इससे भी अधिक है। बहुत से मधुमेह के मरीज जागरूकता के अभाव में अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच ही नहीं पाते हैं। महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा मधुमेह की समस्या थोड़ी अधिक है।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे पांच के अनुसार जम्मू-कश्मीर में 8.7 प्रतिशत महिलाएं और आठ प्रतिशत पुरुष मधुमेह से पीड़ित हैं। इनमें ब्लड शूगर स्तर अधिक है। महिलाओं में 9.2 प्रतिशत शहरी और 8.6 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं का ब्लड शूगर स्तर अधिक है। वहीं पुरुषों में 8.1 प्रतिशात शहरी और आठ प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लड शूगर स्तर अधिक है। मधुमेह रोग विशेषज्ञ डा. राकेश ककड़ का कहना है कि आंकड़े सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों पर आधारित होते हैं। जम्मू-कश्मीर में मधुमेह की समस्या लगातार बढ़ रही है। उनका कहना है कि मधुमेह की समस्या पंद्रह से बीस प्रतिशत जनसंख्या में हो सकती है।
बहुत से मरीज ऐसे हैंं जो कि अपनी जांच नहीं करवाते हैं और इलाज के लिए भी अस्पतालों में नहीं आते हैं। इसके अतिरिक्त निजी अस्पतालों व क्लीनिकों में जाने वालों की संख्या भी अधिक है।सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जम्मू में एंडोक्रेनोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. सुमन कोतवाल का कहना है कि जब शरीर में पैंक्रियाज नामक ग्रंथि इंसुलिन बनाना बंद कर देती है तब मधुमेह की समस्या होती है। इंसुलिन ब्लड में ग्लूकोज को नियंत्रित करने में मदद करता है। उनका कहना है कि अगर किसी को बहुत जल्दी थकान महसूस और बार-बार पेशाव आए तो मधुमेह की आशंका हो सकती है। उसे तुरंत जांच करवानी चाहिए।
किडनी रोग विशेषज्ञ डा. एसके बाली का कहना है कि मधुमेह के कारण किडनी खराब होने की भी आशंका रहती है। ऐसे में समय पर जांच और इसे नियंत्रित रखना जरूरी है।अगर किसी को कोई भी लक्षण हो तो तुरंत जांच करवा कर इलाज शुरू करना चाहिए।
डाक्टरों का कहना है कि जब से लोगों ने पारंपरिक जीवनशैली को छोड़ा है तब से मधुमेह के मामले बढ़े हैं। नियमित रूप से व्यायाम न करना, फास्ट फूड का सेवना करना, तनाव होना कई ऐसे कारण है जिनसे मधुमेह हो रहा है। उन्होंने लोगों से इस रोग से बचाव के लिए पारंपरिक जीवनशैली अपनाने को कहा।
मधुमेह के लक्षण
- जल्दी थकान महसूस होना
- बार-बार पेशव आना
- अधिक प्यास या बार-बार प्यास लगना
- आंखों की रोशनी कम हो जाती है।
- अचानक शरीर का वजन कम होना
- चोट आने पर घाव का जल्दी न भरना
Edited By: Lokesh Chandra Mishra
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