- Hindi News
- Local
- Mp
- Khargone
- 18 Children Of Temla Have Played Till The National Level, Won 2 Times, Arjun Is The Best Player Of The Country
खरगोन2 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
कम से कम 15000 रुपए के बेट, 500 रुपए की बॉल और 2000 रुपए के ग्लब्ज व जूते की अनिवार्यता के साथ खेले जाने वाला खेल बेसबॉल, अमेरिका जैसे विकसित देशों सहित महानगरों के महंगे निजी स्कूलों व क्लबों में खेला जाता है। लेकिन इस अंतरराष्ट्रीय खेल में जिले के छोटे से गांव टेमला के सरकारी स्कूल के बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर तक पहचान बनाई है। वर्ष 2014 से खेलना शुरू कर राष्ट्रीय चैम्पियन बनने तक का सफर इस गांव के बच्चों ने सफलतापूर्वक पूरा किया है।
तीन आयुवर्ग (अंडर-14, अंडर-17 व अंडर-19) में खेले जाने वाले इस खेल में टेमला के 18 बच्चे नेशनल लेबल तक व 300 से अधिक बच्चे स्टेट लेबल तक पहुंच चुके हैं। राष्ट्रीय स्तर पर 2 बार विजेता और 2 बार उपविजेता रह चुके हैं। 2019 में अंडर-14 में यहां की टीम राष्ट्रीय स्तर पर चैम्पियन रही। टीम में शामिल आदिवासी बालक अर्जुन पिता अनारसिंग देश का बेस्ट प्लेयर चुना गया। रविवार को ही यहां की टीम राज्य स्तरीय शालेय स्पर्धा खेलकर लौटी है।
क्रिकेट जैसा होने से जल्दी सीखे बच्चे
टेमला की शासकीय स्कूल में बेसबॉल शुरू करवाने वाले खेल शिक्षक व बच्चों के प्रशिक्षक दीपक वाघ बताते हैं कि हमारे देश में बच्चे सबसे ज्यादा क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं। लेकिन दूसरे खेलों में ग्रामीण अंचल के बच्चों को आगे तक जाने के अवसर कम होते हैं, इसलिए बेसबॉल का चयन किया। बेसबॉल बहुत कुछ क्रिकेट जैसा ही खेले जाने से बच्चे इसमें जल्दी रूचि लेने लगे। बच्चों ने इसमें कड़ी मेहनत करके जल्द बेहतर प्रदर्शन किया। इससे वे नेशनल व स्टेट लेबल तक पहुंच गए। वाघ ने बताया जिले के सरकारी स्कूल में इस खेल का प्रशिक्षण शुरू करवाने में जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त नीलेश रघुवंशी ने पहल की थी।
इस बार भी राज्य स्तर तक पहुंचे 70 बच्चे
प्रशिक्षक दीपक वाघ ने बताया इस वर्ष बेसबॉल का विभागीय राज्य स्तरीय शिविर टेमला में आयोजित हुआ। यहां से राज्य स्तरीय शालेय स्पर्धा के लिए 70 बच्चों का चयन हुआ। 10 से 13 नवंबर तक होशंगाबाद में चली इस स्पर्धा में टेमला के बच्चे भी शामिल हुए। टेमला हायर सेकंडरी स्कूल के प्राचार्य अशोकसिंह पंवार ने बताया पूर्व में स्कूल के पिंटू भटनागर ने राष्ट्रीय स्तर पर दो बार रजत पदक जीता, उत्तम पाटीदार ने एक बार रजत जीता, शुभम पाटीदार भी राष्ट्रीय स्तर तक अपना खेल कौशल दिखा चुके हैं। उन्होंने बताया बच्चों की रूचि व मेहनत को देखते हुए संस्था में इस खेल के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post