छतरपुरएक घंटा पहले
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छतरपुर जिले में आदिवासी किसानों को पट्टा मिंलने का मामला सामने आया है। जहां जिले की बड़मलहरा जनपद पंचायत के दलीपुर के निवासी मिख्खी आदिवासी (पिता सवदलिया) ने बताया कि उन्हें शासन की वनाधिकार योजानांतर्गत 380 हेक्टेयर भूमि पर खेती करने के लिए पट्टा मिला है। जिससे उनके परिवार में जीवनयापन में बड़ा बदलाव हुआ। उन्होंने बताया कि उनका 8 सदस्य का परिवार है और लगभग 4 साल पहले पट्टा मिला है। तब से ही पट्टे से मिली कृषि भूमि पर खेती कर रहे हैं और जो मुनाफा होता है उससे खाने पीने का इंतजाम बड़े ही आसानी से हो जाता है। फसल के बेचने से जो मुनाफा होता उससे परिवार के विकास जीवन शैली आदि में बदलाव हो रहा है। साथ ही पुत्र पुन्ना 10वीं में पढ़ता है उसे छात्रवृत्ति योजना का भी लाभ मिलता है।
दूसरे मामले में जाहर सौर ने बताया कि 395 हेक्टेयर कृषि भूमि का पट्टा मिला है। इनके परिवार में 4 चार सदस्य हैं। जिसमें 2 बच्चें हैं जो स्कूल में पढ़ते है तथा उन्हें छात्रवृत्ति का लाभ भी ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले जीवन यापन में परेशानी थी कृषि भूमि मिलने से परिवास के विकास के लिए नया आयाम मिला है। उन्होंने जनजातीय परिवारों के लिए चलाईं जा रही योजनओं के लिए शासन प्रशासन के कार्य और योजना को अच्छा बताया है।
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