लखनऊ, राज्य ब्यूरो। दिल्ली का जघन्य श्रद्धा हत्याकांड हो या लखनऊ का निधि हत्याकांड। ऐसी वारदात अवैध मतांतरण (धर्म परिवर्तन) और युवतियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनके उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं की गवाह हैं। यही वजह है कि अवैध मतांतरण के मामलों में एक ओर कानून को और सख्त किए जाने की मांग उठ रही है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश पुलिस भी ऐसे मामलों में अपनी कार्रवाई का दायरा बढ़ा रही है।
अवैध धर्म परिवर्तन के इस वर्ष 127 केस
यूपी में इस वर्ष विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध एक्ट 2021 के तहत 127 मामले सामने आए हैं, जिनमें पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की है। प्रदेश में 27 नवंबर, 2020 से प्रभावी विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध एक्ट के तहत अब तक कुल 291 मुकदमे दर्ज कर कुल 507 आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है। छल-कपट से युवतियों का मतांतरण कराकर उनके शारीरिक उत्पीड़न के 150 मामले ऐसे भी हैं, जिनमें पीड़ित युवतियों ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराए हैं।
1 माह में अवैध मतांतरण के 23 मुकदमे
अवैध धर्म परिवर्तन मामलों की बढ़ती रफ्तार का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि बीते एक माह में अवैध मतांतरण के 23 मुकदमे दर्ज हुए हैं। वहीं जनवरी, 2022 तक ऐसे मामलों की संख्या 164 थी, जिनके तहत 280 आरोपित गिरफ्तार किए गए थे। अवैध मतांतरण के मामलों की पड़ताल में हिंदू युवतियों को छल-बल से जाल में फंसाकर उनके उत्पीड़न व प्रताड़ना सामने आई है। ऐसे मामले सबसे अधिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामने आए हैं। बरेली व मेरठ जोन में ऐसे मुकदमों की संख्या सर्वाधिक है। अवैध मतांतरण के 59 मामलों में नाबालिग लड़कियों काे भी शिकार बनाया गया है।
सिंडीकेट पकड़े जाने के बाद बना कानून
उल्लेखनीय है कि पूर्व में उत्तर प्रदेश में सिंडीकेट के तहत बड़े पैमाने पर मतांतरण कराए जाने का मामला भी पकड़ा जा चुका है। उत्तर प्रदेश में लागू विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध एक्ट 2021 लागू है। राज्य सरकार ने विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020 काे मंजूरी दी थी, जिसके बाद एक्ट बनाया गया था।
यूपी में इस वर्ष कहां कितने मुकदमे दर्ज
- लखनऊ कमिश्नरेट – 14
- गौतमबुद्धनगर कमिनरेट – आठ
- कानपुर कमिश्नरेट – 12
- वाराणसी कमिश्नरेट – शून्य
- मेरठ जोन – 51
- बरेली जोन – 58
- आगरा जोन – 13
- कानपुर जोन – चार
- लखनऊ जोन – 26
- प्रयागराज जोन – 37
- गोरखपुर जोन – 41
- वाराणसी जोन – 26
- अब तक कुल आरोपित – 916
- 53 आरोपित अदालत में हुए हाजिर
- 129 मामलों में कार्रवाई होना बाकी
- 210 मामलों में आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल
- 49 मामले विवेचनाधीन
- 31 मुकदमों में लगी अंतिम रिपोर्ट
- एक मामले में आरोपित को हुई सजा
Edited By: Umesh Tiwari
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