कुरुक्षेत्र, 20 नवंबर (हप्र)
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी डा. नरेंद्र सिंह ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति ही नहीं, स्वस्थ जीवन जीने की शैली है। आयुर्वेद के बताये रास्तों पर चलकर एक खुशहाल और निरोगी जीवन जिया जा सकता है। आज की जटिल जीवन शैली, खान पान के हिसाब से निरोगी जीवन जीने के लिए आयुर्वेद बहुत ही जरूरी है। डीआईपीआरओ डा. नरेंद्र सिंह रविवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान सर्व समाज कल्याण सेवा समिति एवं आयुष विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ब्रह्मसरोवर के तट पर स्टॉल नंबर 576 पर लगाए गए नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर एवं परामर्श शिविर के उद्घाटन अवसर पर बातचीत कर रहे थे। इससे पहले इससे पहले डीआईपीआरओ डा. नरेंद्र सिंह का शिविर में पधारने पर समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर सैनी, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष कर्मवीर सैनी, मीडिया प्रभारी तरुण वधवा, जिलाध्यक्ष पुनीत सेतिया, कोषाध्यक्ष ऋषिपाल गोलन, जिला चेयरमैन दलबीर मलिक, पूनम, सविता मदान ने बुके देकर स्वागत किया। शिविर में आयुष विभाग की जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. सुदेश जाटियान के मार्गदर्शन में चिकित्सकों ने 208 रोगियों का चैकअप कर उन्हें नि:शुल्क दवाइयां वितरित की। आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डा. राजकपूर ने शिविर में आए लोगों को आयुष चिकित्सा पद्धतियों की दैनिक जीवन में उपयोगिता तथा ऋतु अनुसार खानपान बारे विस्तार से बताया। सर्व समाज कल्याण सेवा समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर सैनी व प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष कर्मवीर सैनी ने बताया कि ब्रह्मसरोवर के तट पर यह शिविर 6 दिसंबर तक लगातार चलेगा। इस अवसर पर समिति के मीडिया प्रभारी तरुण वधवा, जिलाध्यक्ष पुनीत सेतिया, कोषाध्यक्ष ऋषिपाल गोलन, जिला चेयरमैन दलबीर मलिक, पूनम, सविता मदान आदि मौजूद रहे।
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