मंडी जिला के जोगिंद्रनगर में एसडीएम डॉ विशाल शर्मा से मुलाकात कर अपनी बात रखते रेहड़ी फड़ी धारक ?
– फोटो : Mandi
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जोगिंद्रनगर (मंडी)। लोक निर्माण विभाग की सरकाघाट-जोगिंद्रनगर सड़क पर कब्जों को लेकर की जा रही कार्रवाई से 12 रेहड़ी-फड़ी धारकों की आजीविका पर संकट मंडरा गया है।
प्रभावित रेहड़ी धारकों ने एसडीएम डॉ. विशाल शर्मा से मुलाकात की औ नगर परिषद क्षेत्र में ही व्यापार के लिए जगह दिलाने की मांग की। एसडीएम ने नगर परिषद से उन्हें उपयुक्त जगह दिलाने का आह्वान किया। रेहड़ी-फड़ी धारकों ने एसडीएम को बताया कि उनके परिवार की आजीविका रेहड़ी-फड़ी से चल रही है।
लोक निर्माण विभाग उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देकर उन्हें विस्थापित करने को लेकर लगातार दबाव बना रहा है। उन्होंने कहा कि वे अस्थायी तौर पर सड़क किनारे आजीविका कमा रहे हैं। उनके विस्थापित हो जाने से कई परिवारों में भुखमरी जैसे हालात भी पैदा हो जाएंगे। उन्हें शहरी क्षेत्र में ही व्यवसाय करने के लिए उचित स्थान दिलाया जाए।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी चमन लाल ने एसडीएम को बताया कि शहरी क्षेत्र में कुल 43 रेहड़ी फड़ी धारक पंजीकृत किए गए हैं। जो विभिन्न व्यवसाय कर अपनी अजिविका कमा रहे हैं। इनमें 12 रेहड़ी फड़ी धारक रेलवे फाटक के नजदीक सड़क किनारे व्यवसाय करने वालों को लोक निर्माण विभाग ने विस्थापित करने के आदेश जारी किए हैं। जिन्हें शहरी क्षेत्र में ही स्थान दिलाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
एसडीएम डॉ. विशाल ने बताया कि सरकाघाट सड़क पर लोक निर्माण विभाग की कब्जों को लेकर की जा रही कार्रवाई से सहमे रेहड़ी फड़ी धारकों ने उचित स्थान दिलाने को लेकर मुलाकात की है। इसमें नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने के आदेश जारी किए गए हैं।
जोगिंद्रनगर (मंडी)। लोक निर्माण विभाग की सरकाघाट-जोगिंद्रनगर सड़क पर कब्जों को लेकर की जा रही कार्रवाई से 12 रेहड़ी-फड़ी धारकों की आजीविका पर संकट मंडरा गया है।
प्रभावित रेहड़ी धारकों ने एसडीएम डॉ. विशाल शर्मा से मुलाकात की औ नगर परिषद क्षेत्र में ही व्यापार के लिए जगह दिलाने की मांग की। एसडीएम ने नगर परिषद से उन्हें उपयुक्त जगह दिलाने का आह्वान किया। रेहड़ी-फड़ी धारकों ने एसडीएम को बताया कि उनके परिवार की आजीविका रेहड़ी-फड़ी से चल रही है।
लोक निर्माण विभाग उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देकर उन्हें विस्थापित करने को लेकर लगातार दबाव बना रहा है। उन्होंने कहा कि वे अस्थायी तौर पर सड़क किनारे आजीविका कमा रहे हैं। उनके विस्थापित हो जाने से कई परिवारों में भुखमरी जैसे हालात भी पैदा हो जाएंगे। उन्हें शहरी क्षेत्र में ही व्यवसाय करने के लिए उचित स्थान दिलाया जाए।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी चमन लाल ने एसडीएम को बताया कि शहरी क्षेत्र में कुल 43 रेहड़ी फड़ी धारक पंजीकृत किए गए हैं। जो विभिन्न व्यवसाय कर अपनी अजिविका कमा रहे हैं। इनमें 12 रेहड़ी फड़ी धारक रेलवे फाटक के नजदीक सड़क किनारे व्यवसाय करने वालों को लोक निर्माण विभाग ने विस्थापित करने के आदेश जारी किए हैं। जिन्हें शहरी क्षेत्र में ही स्थान दिलाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
एसडीएम डॉ. विशाल ने बताया कि सरकाघाट सड़क पर लोक निर्माण विभाग की कब्जों को लेकर की जा रही कार्रवाई से सहमे रेहड़ी फड़ी धारकों ने उचित स्थान दिलाने को लेकर मुलाकात की है। इसमें नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने के आदेश जारी किए गए हैं।
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