संवाद सहयोगी, डेहरी आनसोन : दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बराज इंद्रपुरी बराज पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए ढाई करोड़ की लागत से निर्मित सोन बराज पार्क के दरवाजे उद्घाटन के चार माह बाद भी आमजन के लिए बंद हैं। इसे गत 29 जुलाई को जल संसाधन मंत्री संजय झा ने जनता को समर्पित किया था । बताते चलें कि निर्माण के दो वर्षों से इको पार्क के उद्घाटन का आमजन इंतजार कर रहे थे। चार माह पूर्व इसका उद्घाटन भी हो गया, लेकिन आम जन इसके लाभ से वंचित हैं। इको पार्क में बच्चों के खेलने व मनोरंजन के सभी साधन उपलब्ध हैं। कैफेटेरिया की भी व्यवस्था है।
1965 में बना था बराज :
1872 में डेहरी के एनीकट बराज में सिल्ट भर जाने के बाद आजादी के बाद यहां से आठ किमी दक्षिण सोन नदी पर इंद्रपुरी बराज का निर्माण किया गया था। इसका उद्घाटन 1965 में देश के तत्कालीन उप प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा ने किया था। इस बराज के माध्यम से पुराने शाहाबाद और मगध इलाके के सात जिलों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता है।
साइबेरियन पक्षी भी आते हैं यहां :
इंद्रपुरी बराज पर प्रतिवर्ष ठंड के मौसम में साइबेरियन पक्षी भी पहुंचते हैं। रोहतास और औरंगाबाद व झारखंड के पलामू एवं गढ़वा जिले के लोगों के लिए पिकनिक स्पाट के तौर पर यह स्थल काफी लोकप्रिय है। पर्यटन विभाग ने इंद्रपुरी बराज पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एक पोस्टर भी जारी किया है। इसमें कहा गया है कि इंद्रपुरी बांध को प्रकृति की गोद से निकलते हुए सोन नदी की लहरों के साथ खिलखिलाते देखना काफी मनमोहक दृश्य होता है। यह बांध अत्यंत सुंदर होने के साथ-साथ अपनी नैसर्गिक आकर्षण की वजह से अति शांति व सुखदायी है। इस पोस्टर में सोन के उद्गम स्थल मध्य प्रदेश के अमरकंटक से पटना के गंगा नदी तक की यात्रा का भी जिक्र किया गया है।
आउटसोर्सिंग की नियुक्ति के बाद खुलेगा पार्क
इंद्रपुरी बराज के कार्यपालक अभियंता रविंद्र चौधरी कहते हैं कि पार्क के मेंटेनेंस को आउटसोर्सिंग के लिए प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है। आउटसोर्सिंग की नियुक्ति के बाद पार्क आमजन के लिए खोल दिया जाएगा।
Edited By: Prashant Kumar pandey
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