क्या कहते रहवासी
क्षेत्रवासियों का कहना है सड़क इतनी खराब हो चुकी है कि यहां से गुजरना भी मुश्किल हो गया है, आए दिन वाहनों के आने पर गिट्टी उडऩे से चोंट लगने का डर बना रहता है। वाहनों के आवागमन के दौरान पूरे दिन धूल उड़ती रहती है। क्षेत्र में पानी की समस्या बनी रहती है, कोई समय नहीं कब नल आएंगे। इस कारण काम धंधा छोड़कर कभी कभी घर भागना पड़ता है।
ना जाने कब बनेगी सड़क
ुपूर्व और वर्तमान महापौर यहां आए देखा और भूमिपूजन पर कर दिया, लेकिन दस सालों में सड़क के गड्ढे से निजात नहीं मिली। पूरी सड़क छलनी हो गई है, कोई ध्यान नहीं दे रहा। यह राम राममंदिर से गांधी नगर तक की मुख्य सड़क होकर हजारों वाहनों के साथ पैदल रहवासियों को गुजरना होता है। पूरे दिन धूल उड़ती रहती है।
मांगीलाल गुर्जर, जवाहर नगर रहवासी
प्लास्टिक लगाकर करते व्यवसाय
मैरी कॉस्मेटिक की दुकान है, सारी महिलाओं से जुड़ी शृंगार सामग्री भर हुई है। पूरे दिन प्लास्टिक दुकान के सामने टांगकर रखना पड़ता है नहीं तो सड़क की धूल सारे सामान खराब कर देती। इस समस्या से जिम्मेदारों को निजात दिलाना चाहिए, ताकि लोग यहां सकुन से रह सके। नलों के भी ठिकाने नहीं है कब आते और कब जाते।
सुमन मेवाड़, जवाहर नगर रहवासी
धूल से मिले निजात
मैं सिलाई का काम करता हूं, लेकिन मुख्य सड़क पर इतनी धूल उड़ती है कि मजबूरन प्लास्टिक लगाकर बैठना पड़ता है। ऐसा नहीं करें तो नये कपड़े कोई पहनना पसंद नहीं करेंगा। फिर भी दिन भर उड़ती धूल कपड़ों पर जम जाती है। जनप्रतिनिधियों को चाहिए की इस समस्या से निजात दिलाए।
लीलाशंकर पाटीदार, जवाहर नगर रहवासी
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