नयी दिल्ली, 28 नवंबर सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ‘ओटीटी’ जैसे मनोरंजन के नए मंचों की लोकप्रियता का जिक्र करते हुए सोमवार को कहा कि
भारत में हमेशा से प्रतिभा रही है और भारत में हमेशा प्रतिभाएं रहीं हैं जिन्हें बस बिना किसी बाधा के सामने आने के लिए एक मौके की जरूरत रही है।
ठाकुर ने पणजी में भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सिनेमा की दुनिया नैसर्गिक प्रतिभाओं से भरी हुई है और थिएटर स्कूलों, छोटे स्वतंत्र प्रोडक्शन हाउस तथा देश के दूरदराज इलाकों से निकली प्रतिभाएं अपने लिए जगह तलाश रहीं हैं।
ठाकुर ने कहा, “मंच नए हैं, चाहे वह आपके मोबाइल उपकरणों पर बनाई गई लघु फिल्में हों या फिर ओटीटी (ओवर-दि-टॉप) पर चलने वाली फिल्में। हम बड़ी संख्या में प्रतिभाओं को अपनी पहचान बनाते, दर्शकों को रोमांचित करते तथा प्रशंसकों द्वारा पसंद किए जाते और उनकी फिल्मों को शानदार व्यवसाय करते हुए भी देख रहे हैं।”
उन्होंने तुलना करते हुए कहा कि सिनेमा में अब जो हो रहा है, वह बिल्कुल वैसा ही है जैसा लोकप्रिय खेल लीगों ने क्रिकेट, कबड्डी, हॉकी आदि की नैसर्गिक प्रतिभाओं के लिए किया। उन्होंने कहा, “भारत में हमेशा प्रतिभाएं मौजूद रहीं हैं। इन्हें बस बिना किसी बाधा के सामने आने के लिए एक मौके की जरूरत रही है, जहां दर्शक उनकी सफलता तय करें।”
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि डिजिटल इंडिया के किफायती हैंडसेट और सस्ते डेटा से प्रेरित सिनेमा की विभिन्न धाराओं का उभार प्रतिभाओं के बूते दुनिया को दमदार और मनोरम कहानियां दिखाने के लिए आगे की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने समापन समारोह के दौरान दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेता आशा पारेख, अभिनेता चिरंजीवी, आयुष्मान खुराना और अक्षय कुमार को सम्मानित भी किया।
ठाकुर ने इज़राइली श्रृंखला ‘फौदा’ का जिक्र करते हुए कहा कि फौदा भारत में हिट रही है और इसके चौथे सीजन के प्रीमियर का कार्यक्रम में जोरदार स्वागत हुआ है।
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new platforms in entertainment are helping young talents to get recognized anurag thakurr
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