पूरी दुनिया ने तीन साल कोरोना की वो मार देखी जिससे कोई बच नहीं पाया। हालांकि पहले के मुकाबले अब कोरोना के केसों में कमी आई है। लेकिन अब कोरोना के नए नए वैरिएंट सामने आ रहें जो कि एक बार फिर देश के साथ साथ दुनिया के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। एक नई स्टडी में सामने आया है कि कोरोना का नया वैरिएंट देश और दुनिया को पहले के कोरोना के मुकाबले ज्यादा तकलीफ दे सकता है।
स्टडी के लीड शोधकर्ता एलेक्स सिगल का कहना है कि जो लोग एचआईवी या अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे या इम्यूनोसप्रेस्ड हैं कोरोना का कोई भी वैरिएंट उनके लिए और भी ज्यादा खतरनाक हो साबित हो सकता है। ऐसे लोगों को कोविड से उबरने में लंबा वक्त लगता है। पिछले कुछ सप्ताह में चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में तेजी से उछाल देखने को मिला है। यहां पर हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं और एक बार फिर कोविड-19 पैर पसारते हुए नजर आ रहा है। ऐसे में इस स्टडी में लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। देखने वाली बात होगी कि कोविड का अगला स्ट्रेन कितना खतरनाक साबित होगा।
वैज्ञानिकों ने पहले यह अनुमान लगाया था कि बीटा और ओमिक्रॉन जैसे वैरिएंट को शुरू में दक्षिणी अफ्रीका में पहचाना गया था। नई स्टडी की समीक्षा की जानी बाकी है, क्योंकि यह केवल एक व्यक्ति के सैंपल पर आधारित है। इस बारे में अभी ज्यादा रिसर्च करने की जरूरत है।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post