Updated Wed, 05th Oct 2022 12:31 AM IST
भारत के इस त्योहारी सीजन में सोने का भाव आसमान छू सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि विदेशी बैंकों ने भारत को सोने की आपूर्ति में कटौती की है। सोने की आपूर्ति करने वाले बैंकों ने चीन, तुर्की और अन्य बाजारों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रमुख त्योहारों से पहले भारत में शिपमेंट में कटौती की है। इन बैंकों का कहना है कि उन्हें चीन, तुर्की जैसे देशों में सोने पर बेहतर प्रीमियम मिलता है। तीन बैंक अधिकारियों और दो तिजोरी संचालकों ने रॉयटर्स को यह जानकारी दी।
भारत को सोने की आपूर्ति में कटौती से भारतीय बाजार में सोने की कमी हो सकती है। चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का बाजार है। अगर भारतीय बाजार में सोने की आपूर्ति ठीक से नहीं होती है तो भारतीय खरीदारों को इस त्योहारी सीजन में सोने की खरीद पर भारी प्रीमियम चुकाना पड़ सकता है। सीधे शब्दों में कहें तो सोना और महंगा हो सकता है।
सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि आईसीबीसी स्टैंडर्ड बैंक, जेपी मॉर्गन और स्टैंडर्ड चार्टर्ड भारत के प्रमुख सोने के आपूर्तिकर्ता हैं। ये आपूर्तिकर्ता आमतौर पर त्योहारों से पहले अधिक सोने का आयात करते हैं और अपनी तिजोरी भरते रहते हैं। लेकिन अब उनकी तिजोरियों में 10% से भी कम सोना बचा है। यह वही सोना है जो उन्होंने एक साल पहले आयात किया था। मुंबई के एक तिजोरी अधिकारी ने कहा, “आदर्श रूप से साल के इस समय के दौरान तिजोरियों में कुछ टन सोना होना चाहिए। लेकिन अब हमारे पास कुछ ही किलो बचा है।” जेपी मॉर्गन, आईसीबीसी और स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने फिलहाल इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
भारत में सोने की कीमत पिछले साल इस समय अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क कीमत से करीब 4 डॉलर ज्यादा थी, जो अब 1 से 2 डॉलर प्रति औंस पर आ गई है. जबकि सोने के सबसे बड़े बाजार चीन में सोने पर प्रीमियम 20-45 डॉलर है। चीन में कोविड-19 लॉकडाउन के बाद भी सोने की मांग जारी रही। जबकि तुर्की में सोने पर प्रीमियम 80 डॉलर प्रति औंस है। तुर्की में बड़े पैमाने पर मुद्रास्फीति के कारण सोने के आयात में तेजी से वृद्धि हुई है।
एक प्रमुख सर्राफा आपूर्ति बैंक के मुंबई स्थित एक अधिकारी ने कहा, “बैंक वहीं बेचेंगे जहां उन्हें अधिक कीमत मिलेगी।” अधिकारी ने कहा, “चीन और तुर्की में खरीदार अभी बहुत अधिक प्रीमियम का भुगतान कर रहे हैं। जब हम इसकी तुलना भारतीय बाजार से करते हैं तो इसकी कोई तुलना नहीं है।” सितंबर में भारत का सोने का आयात एक साल पहले के मुकाबले 30% गिरकर 68 टन हो गया, जबकि तुर्की के सोने का आयात 543% बढ़ा। हांगकांग के माध्यम से चीन का शुद्ध सोने का आयात अगस्त में लगभग 40% उछलकर चार साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
भारतीय लोग अक्टूबर में दशहरा, दिवाली और धनतेरस मनाएंगे। इन त्योहारों पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। इन त्योहारों के बाद शादियों का मौसम आता है, जो भारत में सोने की सबसे बड़ी खरीदारी के मौसमों में से एक है।
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