रायपुर2 घंटे पहलेलेखक: ठाकुरराम यादव/श्रीशंकर शुक्ल
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छत्तीसगढ़ में केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों को इस बार दिवाली में बोनस के रूप में बड़ी धनराशि मिलेगी।
छत्तीसगढ़ में केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों को इस बार दिवाली में बोनस के रूप में बड़ी धनराशि मिलेगी। भास्कर ने अलग-अलग विभागों में अफसर-कर्मियों की स्ट्रेंथ और उन्हें बोनस के रूप में मिलने वाली राशि का आंकलन किया तो पता चला कि यहां अलग-अलग सरकारी एजेंसियों और कंपनियों में काम करने वाले 65 हजार से ज्यादा अधिकारियों-कर्मचारियों को दिवाली बोनस के 178 करोड़ से ज्यादा का भुगतान किया जाएगा।
इसके अलावा बिजली कंपनी के 13 हजार कर्मचारियों को बोनस के रूप में करीब 10 करोड़ रुपए मिलेंगे। इस तरह, प्रदेश के 78 हजार से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को बोनस के रूप में 188 करोड़ रुपए से ज्यादा मिलेंगे। विशेषज्ञों के अनुसार इस राशि का अधिकांश हिस्सा दिवाली से पहले ही बाजार में पहुंच जाएगा, जिससे बाजार गुलजार रहेंगे। केंद्र व राज्य सरकार के 78 हजार से ज्यादा कर्मचारियों व अधिकारियों के खाते में इस साल दीपावली से पहले 188 करोड़ रुपए क्रेडिट हो जाएंगे।
दो साल तक कोरोना के साये में दीपावली त्योहार ज्यादा उत्साह और उमंग से नहीं मनाया गया। ज्यादातर सरकारी कंपनियों व एजेंसियों ने पिछले साल तक बोनस के भुगतान में भी ज्यादा तेजी नहीं दिखाई थी। कई कंपनियों में तो दीपावली के बाद बोनस का भुगतान किया गया था। कोरोना के कारण उत्पादकता प्रभावित हुई और आमदनी भी कम हुई। इसलिए बोनस इत्यादि भी कम रहा, लेकिन इस साल अभी तक की स्थिति से अनुमान लगाया जा रहा है कि केंद्रीय व राज्य कर्मचारियों को बोनस के रूप में अच्छी-खासी रकम दी जाएगी।
छत्तीसगढ़ में बिजली कंपनी में बोनस बंटेगा
अधिकांश केंद्रीय उपक्रमों के अधिकारियों व कर्मचारियों को दिवाली बोनस दिया जाता है, लेकिन राज्य में सिर्फ बिजली कंपनी के अधिकारियों व कमर्चारियों को बोनस दिया जाता है। राज्यभर में कार्य कर रहे बिजली कंपनी के 13 हजार से अधिक कर्मचारियों व अधिकारियों को करीब 10 करोड़ बोनस बांटा जाएगा। जानकारों के मुताबिक बोनस के लिए सरकार उपक्रम और विभाग को दो श्रेणियों में रखती है। पहला उत्पादक वर्ग और दूसरा सेवा वर्ग। उत्पादक वर्ग में ज्यादातर केंद्रीय कंपनियां हैं, जैसे बीएसपी, एनएमडीसी, परिवहन और बिजली कंपनी। सेवा यानी सामान्य वर्ग में राज्य सरकार के शेष कर्मचारी आते हैं। बोनस इसी हिसाब से बंटता है।
परफार्मेंस पर पेमेंट
भिलाई स्टील प्लांट ने पिछले साल अपने 3 हजार से अधिक अधिकारियों को परफार्मेंस रिलेटेड पे (पीआरपी) के तहत 120 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। वहीं 17 हजार से अधिक कर्मचारियों को बोनस के रूप में 36 करोड़ भुगतान किया था।
त्योहार से पहले किसानों के खातों में भी साढ़े 6 हजार करोड़
त्योहारी बाजार जिस फैक्टर से सबसे ज्यादा लाभान्वित हो सकता है, वह है किसान न्याय योजना की तीसरी किस्त। छत्तीसगढ़ के किसानों के बैंक खातों में ठीक दिवाली से पहले, 17 अक्टूबर को तीसरी किस्त के रूप में साढ़े छह हजार करोड़ रुपए सरकार की ओर से डाले जाएंगे। कारोबारियों का मानना है कि कर्मचारियों को बोनस के अलावा यह बड़ी रकम है, जिसका सिर्फ शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण बाजारों पर भी सीधा असर होगा।
इसके अलावा गोधन न्याय योजना में गोबर खरीदी के करीब छह करोड़ रुपए भी संबंधित लोगों के खाते में दिए जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि न्याय योजना और गोधन योजना के पैसों से ठीक त्योहार के पहले ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। चूंकि रायपुर पूरे छत्तीसगढ़ का अकेला बड़ा व्यापारिक केंद्र है, इसलिए ग्रामीण बाजारों से बड़ी राशि त्योहार से पहले ही यहां आ जाने की संभावना है।
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