नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। अमेरिका के कैलिफोर्निया में जिस भारतीय मूल के परिवार के 4 लोगों का किडनैपिंग के बाद मर्डर किया गया, इस वारदात को एक ऐसे शख्स ने अंजाम दिया जो कि रॉबरी के लिए पहले भी दोषी ठहराया गया था और उसे 11 साल की सजा हुई थी। मर्स्ड काउंटी के शेरिफ ने कहा कि अबतक ये पता नहीं चला है कि आरोपी ने परिवार को किडनैप क्यों किया था।
सीबीएस 47 ने बताया कि स्थानीय अधिकारियों ने यीशु मैनुअल सालगाडो के आपराधिक रिकॉर्ड को साझा किया, जिसमें 2005 में डकैती के लिए आठ साल की जेल की सजा शामिल है। आरोपी सालगाडो द्वारा डकैती के शिकार और हत्या के शिकार दोनों भारतीय मूल के सिख परिवार थे, जिनका मर्स्ड में ट्रकिंग व्यवसाय था।
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2005 की डकैती पीड़िता ने नाम न बताने की शर्त पर चैनल को बताया, ‘मैं अपने घर के सामने के दरवाजे को बंद कर रही थी, तभी एक बंदूक निकाली और मेरे सिर के पीछे रख दी।’
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि भारतीय मूल के परिवार की हत्या के पीछे उसका मकसद क्या था।
मर्स्ड काउंटी के शेरिफ वर्न वार्नके ने बुधवार की रात बताया कि इस क्रूर घटना को बताने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। अधिकारियों ने सोमवार से लापता भारतीय मूल के परिवार के चार सदस्यों के शव बरामद कर लिए हैं। शेरिफ ने बताया कि 48 वर्षीय आरोपी ने मंगलवार को हत्या के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद शहर के एटवाटर में सुसाइड का प्रयास भी किया था, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। होश में आने के बाद वो हिंसक हो गया था, लेकिन डॉक्टर्स ने उसे बहलाकर शांत कराया।
2005 में रॉबरी केस में दोषी पाया गया था आरोपी
शेरिफ वार्नके ने कहा जांच के बारे में ज्यादा जानकारी देने से बचते हुए कहा कि आरोपी सालगाडो से पूछताछ की जा रही है, जिसे साल 2005 में रॉबरी के लिए दोषी ठहराया गया था। आरोपी के परिवार ने अधिकारियों को बताया कि उसने अपहरण में शामिल होने की बात स्वीकार की थी। कैलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ करेंक्शंस एंड रिहैबिलेशन ने बताया कि उसे साल 2015 में जेल से रिहा किया गया था और 3 साल बाद पैरोल पर रिहा कर दिया गया था।
घटना का वीडियो आया सामने
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक बंदूकधारी शख्स ने चारों लोगों को किडनैप किया था। पहले जसदीप और अमनदीप इमारत से निकलते नजर आ रहे हैं और उनके हाथ बंधे थे। इसके बाद बंदूकधारी शख्स जसलीन और आठ माह की बच्ची को बाहर लाता दिख रहा है। बता दें कि पीड़ित परिवार का अपना ट्रांसपोर्ट बिजनेस था, जिसे कुछ दिन पहले ही शुरू किया गया था।
बीते 3 अक्टूबर को किया गया था किडनैप
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया था कि चारों लोगों को बीते 3 अक्टूबर को दक्षिण हाईवे 59 के 800 ब्लॉक से जबरदस्ती अगवा किया गया। अधिकारियों ने किसी भी संदिग्ध का नाम नहीं लिया. जानकारी के अनुसार, पीड़ित परिवार का अमेरिका में खुद का ट्रांसपोर्ट बिजनेस है। ये परिवार पंजाब के होशियारपुर जिले के टांडा के हरसी गांव का रहने वाला है।
बता दें कि मर्स्ड 90,000 से कम लोगों का शहर है, जो सैन फ़्रांसिस्को शहर से लगभग 200 किलोमीटर दूर है, एक घाटी में जिसे कैलिफ़ोर्निया राज्य का कृषि केंद्र माना जाता है।
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Edited By: Babli Kumari
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