झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, चिरकुंडा थाना क्षेत्र के डूमरकुंडा के एक निजी लॉज में ईसाई समाज की प्रार्थना सभा में धर्म परिवर्तन कराने की सूचना पर हंगामा हुआ. देखते ही देखते हिन्दू संगठन से जुड़े लोग पहुंचने लगे. वहीं स्थानीय लोगों पुलिस को भी सूचना दे दी. पुलिस की तत्परता से बड़ी घटना होने से बच गई.
सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने पहुंच कर लॉज का दरवाजा खुलवाया. लॉज में सैकडों ग्रामीण महिलाएं और बच्चे मिले. आरोप है कि चिरकुंडा मोहुलडंगा निवासी पोलुस दास ग्रामीणों का धर्म परिवर्तन करा रहा था. ग्रामीण महिलाओं के हाथ की चूड़ियां खुलवायी जा रही थीं. रक्षासूत्र काटे जा रहे थे. इस घटना को लेकर हिन्दू संगठन के लोग पोलुस की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. मौके पर चिरकुंडा थाना प्रभारी सुनील सिंह ने पहुंच कर किसी तरह की अप्रिय घटना होने से रोक लिया. आरोपी पोलुस को सुरक्षित थाना ले आए. दोनों पक्षों को बैठा कर वस्तुस्थिति से अवगत हुए. आरोपी का कहना था कि प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था. इसमें सभी समाज से जुड़े लोग आए थे. सामूहिक प्रार्थना का आयोजन किया गया था. किसी प्रकार से धर्म परिवर्तन का काम नहीं हो रहा था. वहीं हिन्दू संगठन की ओर से विहिप के ग्रामीण जिलाध्यक्ष निलय गाढ्यान द्वारा लिखित आवेदन दिया गया कि पोलुस दास व एक महिला सदस्य पुष्पा भोले-भाले हिन्दू ग्रामीणों का धर्म परिवर्तन करा हिन्दू भावना को ठेस पहुंचाने का कार्य कर रहे थे.
थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि किसी तरह के सार्वजनिक कार्य की सूचना स्थानीय प्रशासन को होनी चाहिए थी. यदि मौके पर पुलिस नहीं पहुंचती तो अनहोनी हो सकती थी. वहां से सुरक्षित पोलुस दास को निकाला गया है. पुलिस पूरे मामले को संज्ञान में लेकर जांच कर रही है. वहीं पोलुस दास ने थाना प्रभारी से कहा कि कोई भी कार्यक्रम करने से पूर्व अब वे थाना को पहले सूचित अवश्य करेगा.
राँची न्यूज़ डेस्क !!!
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