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चरखी दादरी। अपराधी प्रवृत्ति के लोग साइबर ठगी के नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। हाल में ही खुद को भारतीय सेना का जवान दिखाकर फर्जी आईडी तैयार करके घर किराये पर देने के नाम ठगी के मामले सामने आए हैं। ऐसे ठगों से हम सतर्कता बरतकर ही बच सकते हैं। यह बात जिला पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने कही।
दीपक गहलावत ने बताया कि साइबर अपराधी खुद को सेना का जवान बताकर घर, कमरा व जमीन को किराये पर लेने के लिए सोशल मीडिया व वेबसाइट आदि पर विज्ञापन जारी कर लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। शातिरों द्वारा खुद को फौजी बताने से लोग उन पर भरोसा करके आसानी से जाल में फंसकर उनकी ठगी का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध से बचने के लिए चरखी दादरी पुलिस द्वारा समय – समय पर एडवाइजरी जारी करती है, ताकि आमजन शातिर साइबर ठगों से सतर्क व सचेत रहकर अपने पैसों की सुरक्षा कर सके।
साइबर अपराध से बचने के ये हैं तरीके
1. आमजन हमेशा याद रखे की हमारे खाते से पैसे दूसरे के खाते मे भेजने के लिए हमें ओटीपी की आवश्यकता होती है। खुद के खाते में किसी और से पैसे प्राप्त करने के लिए हमें आटोपी की आवश्यकता नहीं होती।
2. कोई भी अनजान व्यक्ति आप के घर, फ्लैट, कमरे आदि किराये पर या खरीदने के लिए संपर्क करता है तो हमेशा कोशिश करें कि उपलब्ध स्त्रोत या तरीकों से उस व्यक्ति की पहचान की पुष्टि करें।
3. किसी भी अनाज व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया या साइट पर दी गई जानकारी हो पूर्ण न समझे। इससे आगे जानकारी देने वाले व्यक्ति के बारे में पूर्ण जांच करने के बाद ही सौदा तय करें
4. जालसाज व्यक्ति हमेशा कार्य में जल्दबाजी करते हैं, इसलिए जल्दबाजी वाले कार्य को हमेशा सावधानीपूर्वक ही करें और आंख मूंदकर किसी पर भी भरोसा न करें।
5. अनजान व्यक्ति के कहने से अपने मोबाइल पर एनीडेस्क, एम्मीडेस्क, टीम विवर, क्विक स्पोर्ट आदि एप डाउनलोड न करें। ऐसा करने से साइबर ठग का इलेक्ट्रानिक गैजेट पर नियंत्रण हो जाएगा।
6. ओएलएक्स, फेसबुक या किसी भी अन्य एप पर कोई सामान खरीदने से पहले विक्रेता के संबंध में पूरी जानकारी वेरीफाई करें और इसके बाद ही अगली प्रक्रिया पूरी करें।
चरखी दादरी। अपराधी प्रवृत्ति के लोग साइबर ठगी के नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। हाल में ही खुद को भारतीय सेना का जवान दिखाकर फर्जी आईडी तैयार करके घर किराये पर देने के नाम ठगी के मामले सामने आए हैं। ऐसे ठगों से हम सतर्कता बरतकर ही बच सकते हैं। यह बात जिला पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने कही।
दीपक गहलावत ने बताया कि साइबर अपराधी खुद को सेना का जवान बताकर घर, कमरा व जमीन को किराये पर लेने के लिए सोशल मीडिया व वेबसाइट आदि पर विज्ञापन जारी कर लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। शातिरों द्वारा खुद को फौजी बताने से लोग उन पर भरोसा करके आसानी से जाल में फंसकर उनकी ठगी का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध से बचने के लिए चरखी दादरी पुलिस द्वारा समय – समय पर एडवाइजरी जारी करती है, ताकि आमजन शातिर साइबर ठगों से सतर्क व सचेत रहकर अपने पैसों की सुरक्षा कर सके।
साइबर अपराध से बचने के ये हैं तरीके
1. आमजन हमेशा याद रखे की हमारे खाते से पैसे दूसरे के खाते मे भेजने के लिए हमें ओटीपी की आवश्यकता होती है। खुद के खाते में किसी और से पैसे प्राप्त करने के लिए हमें आटोपी की आवश्यकता नहीं होती।
2. कोई भी अनजान व्यक्ति आप के घर, फ्लैट, कमरे आदि किराये पर या खरीदने के लिए संपर्क करता है तो हमेशा कोशिश करें कि उपलब्ध स्त्रोत या तरीकों से उस व्यक्ति की पहचान की पुष्टि करें।
3. किसी भी अनाज व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया या साइट पर दी गई जानकारी हो पूर्ण न समझे। इससे आगे जानकारी देने वाले व्यक्ति के बारे में पूर्ण जांच करने के बाद ही सौदा तय करें
4. जालसाज व्यक्ति हमेशा कार्य में जल्दबाजी करते हैं, इसलिए जल्दबाजी वाले कार्य को हमेशा सावधानीपूर्वक ही करें और आंख मूंदकर किसी पर भी भरोसा न करें।
5. अनजान व्यक्ति के कहने से अपने मोबाइल पर एनीडेस्क, एम्मीडेस्क, टीम विवर, क्विक स्पोर्ट आदि एप डाउनलोड न करें। ऐसा करने से साइबर ठग का इलेक्ट्रानिक गैजेट पर नियंत्रण हो जाएगा।
6. ओएलएक्स, फेसबुक या किसी भी अन्य एप पर कोई सामान खरीदने से पहले विक्रेता के संबंध में पूरी जानकारी वेरीफाई करें और इसके बाद ही अगली प्रक्रिया पूरी करें।
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