Author: Jagran NewsPublish Date: Sat, 08 Oct 2022 05:53 PM (IST)Updated Date: Sat, 08 Oct 2022 05:53 PM (IST)
पीलीभीत, जागरण संवाददाता। Sanskarshala 2022 : इंटरनेट (Internet) के दुष्प्रभाव विषय पर वीरांगना अवंती बाई जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में किशोर पीढ़ी के मध्य दैनिक जागरण की ओर से संस्कारशाला के तहत इंटरनेट मीडिया की लत विषय पर पाठक पैनल का आयोजन किया गया।
शुक्रवार को हुए पाठक पैनल में विशेषज्ञ वक्ता लक्ष्मीकांत शर्मा (Laxmikant Sharma) ने बताया कि इंटरनेट मीडिया का समाज और संस्कृति पर व्यापक और जटिल प्रभाव पड़ा है। इंटरनेट और व्यक्तिगत कंप्यूटिंग के साथ डिजिटल मीडिया ने प्रकाशन ,पत्रकारिता, जनसंपर्क, मनोरंजन ,शिक्षा वाणिज्य और राजनीति के साथ-साथ जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में क्रांतिकारी नवाचार किया है। एक नए युग की शुरुआत कर रहे हैं। इसे सूचना युग कह सकते हैं।
शायद हम कागज रहित समाज की ओर बढ़ रहे हैं। डिजिटल मीडिया के अंतर्गत सॉफ्टवेयर, डिजिटल इमेज, डिजिटल वीडियो ,वीडियो गेम, वेब पेज ,वेबसाइट, सोशल मीडिया ,डेटाबेस, डिजिटल आडियो ,इलेक्ट्रानिक दस्तावेज तथा इलेक्ट्रानिक पुस्तकें शामिल हैं। आज इंटरनेट हमारे जीवन में इस प्रकार घुल मिल गया है कि इसके बिना एक कदम भी उठाना मुश्किल हो रहा है।
इंटरनेट का विशाल नेटवर्क सिस्टम हमारे जीवन को आसान और सुविधाजनक बना रहा है। इसके उपयोग से हम आनलाइन रोजगार कर रहे हैं। दुनिया में किसी भी कोने में बैठे लोगों के साथ संवाद स्थापित कर रहे हैं। नए दोस्त और विभिन्न संस्कृतियों की जानकारी खोज रहे हैं। उन्होंने कहा कि अध्ययन करने के लिए इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं। इंटरनेट की सुविधाएं समय के साथ बदलती जा रही हैं। हर दिन हमें नई सुविधा मिल रही है।
इंटरनेट का उपयोग जीवन के प्रबंधन, शासन, व्यवसाय, मनोरंजन, अध्ययन आदि सभी क्षेत्रों में हो रहा है। कुछ ही सेकेंड में इंटरनेट के माध्यम से जगह जगह संदेश पहुंच जाते हैं। पैसों का लेनदेन भी इंटरनेट के माध्यम से हो जाता है। इंटरनेट बैंकिंग लोकप्रिय हो चली है। आज स्थिति यह है कि जिसे इंटरनेट की जानकारी नहीं है, वह समाज में अपने आप को पिछड़ा महसूस करता है। जानकार लोगों की ओर ताकता है।
किशोर पीढ़ी और युवा पीढ़ी इंटरनेट में बहुत निपुण होती जा रही है। अपने आफिस का कार्य घर बैठे करती हैं तथा धनोपार्जन कर रही है। हमें मौसम की जानकारी लेनी हो या रेलगाड़ियों की स्थिति जाननी हो, रिजर्वेशन की स्थिति जाननी हो, हम सब घर बैठे कर सकते हैं। जानकार लोग इंटरनेट सेवाएं देने के बदले में पैसा लेते हैं तथा कैफे का व्यवसाय चल निकला है। हम इंटरनेट की दुनिया में खोते जा रहे हैं।
अगर छोटा बच्चा रोता है तो मां उसके सामने मोबाइल पर गीत बजाकर लगा कर रख देती हैं और बच्चा खेलता रहता है। बच्चों के हाथ में खिलौनों के स्थान पर मोबाइल आ गए हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या इंटरनेट हमारे लिए केवल लाभदायक है। आज हम इंटरनेट मीडिया के दुष्प्रभावों पर भी कुछ चर्चा करते हैं। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने से व्यक्ति जहां विश्व में प्रसिद्धि पाता है, वहीं एक वायरल वीडियो से समाज में बदनामी का शिकार भी हो सकता है।
इंटरनेट के कारण हैकिंग, वायरल ,सूचनाओं को चुराना आदि कार्य हो रहे हैं। इंटरनेट में अपराध की एक नई शाखा जन्मी है। जिसे साइबर क्राइम कहते हैं। इंटरनेट मीडिया ने व्यक्तिगत संबंधों और अनुभव को दरकिनार कर दिया है। लोग एक दूसरे की अपने से बड़ों की सलाह लेने के बजाय इंटरनेट की मदद लेते हैं। ध्यान रहे इंटरनेट व्यक्ति को ज्ञान दे सकता है परंतु निजी निर्णयों में परिवार ही मदद कर सकता है।
इंटरनेट के ज्यादा इस्तेमाल से व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता। यह मानसिक स्थिति को चिड़चिड़ा बना देता है। गूगल पर दो बार सर्च करने पर लगभग 15 ग्राम कार्बन डाइआक्साइड मुक्त होता है जो वैश्विक ताप वृद्धि तथा पर्यावरण प्रदूषण में सहायता करता है। इंटरनेट प्रयुक्त की जाने वाली युक्तियों से विकरण उत्सर्जित होते रहते हैं जो हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। हमारी देखने की क्षमता प्रभावित होती है।
बच्चों के लिए यह है बहुत नुकसानदायक है। विद्यालय की गणित प्रवक्ता रेनू, शिक्षिका साधना गुप्ता व विद्यालय की प्रधानाचार्य अजय चौहान ने बताया कि इंटरनेट मीडिया आज की युवा पीढ़ी की लत बन चुका है। स्थिति यह है की इंटरनेट मीडिया के बिना जीवन नीरस लगता है। युवाओं की मजबूत लत जहां वे इंटरनेट का उपयोग व विभिन्न कार्यों के लिए करते हैं किंतु अपना कीमती समय काफी बर्बाद करते हैं।
किशोरावस्था में ही बच्चे पढ़ाई से ज्यादा ग्लैमर और चकाचौंध वाली चीजों पर आकर्षित हो जाते हैं। इंटरनेट के कारण लोग इंटरनेट मीडिया पर अच्छी तस्वीरें पोस्ट करने में व्यस्त रहते हैं। जिसमें समय का ध्यान ही नहीं रहता। इंटरनेट मीडिया पर नए दोस्तों को तलाशने के चक्कर में इंटरनेट बैंकिंग व पेमेंट की विस्तृत जानकारी न होने पर धोखाधड़ी के शिकार भी हो जाते हैं। कभी-कभी गलत वेबसाइट, अश्लील वेबसाइट देखकर नैतिक पतन के शिकार भी हो जाते हैं। अतः इंटरनेट के प्रयोग में सावधानी समय की बाध्यता तथा आवश्यकता बहुत जरूरी है।
Edited By: Ravi Mishra
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post