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सोनीपत। जीवीएम कन्या महाविद्यालय में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के तत्वावधान में अच्छे स्वास्थ्य में प्रोबायोटिक्स की भूमिका विषय पर एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं को अच्छे बैक्टिरिया के महत्व से अवगत कराया गया। संस्था के प्रधान डॉ. ओपी परूथी व प्राचार्य डॉ. रेनू भाटिया ने कहा कि हमें अपने अंदर अच्छे बैक्टिरिया को विकसित करना चाहिए।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग की अध्यक्ष डॉ. सचिन ने बताया कि एक्सटेंशन लेक्चर में बड़ी संख्या में छात्राओं ने हिस्सा लिया। जिसका शुभारंभ मुख्य वक्ता के रूप में विषय विशेषज्ञ एवं याकुल्ट डनॉन की पदाधिकारी सानिया ने दीप जलाकर किया। उन्होंने संबंधित विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत में बदलते परिदृश्य के साथ जीवन शैली में आए परिवर्तन ने बीमारियों को बढ़ावा दिया है। ऐसे में अब लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी हो रहे हैं। इसलिए जागरूक व्यक्ति अच्छे भोजन के विकल्प की तलाश कर रहा है। उन्होंने बताया कि प्रोबायोटिक्स वास्तव में अच्छे बैक्टिरिया होते हैं, जो हमारे पाचन तंत्र के साथ शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। प्राचार्य डॉ. रेनू भाटिया ने बताया कि सबसे पहले जापानी डॉ. मिनोरू शिरोला ने प्रोबायोटिक्स बनाया था। उस समय जापानी लोग एक संक्रमण से लड़ रहे थे। तब डॉ. शिरोला का मानना था कि रोगों की रोकथाम उपचार से बेहतर है। बायोटेक के विभागाध्यक्ष डॉ. सचिन ने मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस आयोजन में प्राध्यापिका डॉ. राखी व वर्षा ने भी विशेष सहयोग प्रदान किया।
पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन स्पर्धा में योजना अव्वल
जीवीएम कन्या महाविद्यालय में बीबीए विभाग के तत्वावधान में शनिवार को मैनेजमेंट टॉक-2022 के तहत आयोजित पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन स्पर्धा में बीबीए प्रथम वर्ष की छात्रा योजना अव्वल रही। प्रतियोगिता का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. रेनू भाटिया ने दीप जलाकर किया। बीबीए के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रवीण शर्मा ने बताया कि पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता के लिए पांच विषय दिए गए थे। प्रतियोगिता में बीबीए प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष की छात्राओं ने हिस्सा लिया। इसमें बीबीए प्रथम वर्ष की योजना प्रथम, काजल द्वितीय व बीबीए तृतीय वर्ष की पिंकी ने तृतीय स्थान हासिल किया। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
सोनीपत। जीवीएम कन्या महाविद्यालय में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के तत्वावधान में अच्छे स्वास्थ्य में प्रोबायोटिक्स की भूमिका विषय पर एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं को अच्छे बैक्टिरिया के महत्व से अवगत कराया गया। संस्था के प्रधान डॉ. ओपी परूथी व प्राचार्य डॉ. रेनू भाटिया ने कहा कि हमें अपने अंदर अच्छे बैक्टिरिया को विकसित करना चाहिए।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग की अध्यक्ष डॉ. सचिन ने बताया कि एक्सटेंशन लेक्चर में बड़ी संख्या में छात्राओं ने हिस्सा लिया। जिसका शुभारंभ मुख्य वक्ता के रूप में विषय विशेषज्ञ एवं याकुल्ट डनॉन की पदाधिकारी सानिया ने दीप जलाकर किया। उन्होंने संबंधित विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत में बदलते परिदृश्य के साथ जीवन शैली में आए परिवर्तन ने बीमारियों को बढ़ावा दिया है। ऐसे में अब लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी हो रहे हैं। इसलिए जागरूक व्यक्ति अच्छे भोजन के विकल्प की तलाश कर रहा है। उन्होंने बताया कि प्रोबायोटिक्स वास्तव में अच्छे बैक्टिरिया होते हैं, जो हमारे पाचन तंत्र के साथ शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। प्राचार्य डॉ. रेनू भाटिया ने बताया कि सबसे पहले जापानी डॉ. मिनोरू शिरोला ने प्रोबायोटिक्स बनाया था। उस समय जापानी लोग एक संक्रमण से लड़ रहे थे। तब डॉ. शिरोला का मानना था कि रोगों की रोकथाम उपचार से बेहतर है। बायोटेक के विभागाध्यक्ष डॉ. सचिन ने मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस आयोजन में प्राध्यापिका डॉ. राखी व वर्षा ने भी विशेष सहयोग प्रदान किया।
पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन स्पर्धा में योजना अव्वल
जीवीएम कन्या महाविद्यालय में बीबीए विभाग के तत्वावधान में शनिवार को मैनेजमेंट टॉक-2022 के तहत आयोजित पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन स्पर्धा में बीबीए प्रथम वर्ष की छात्रा योजना अव्वल रही। प्रतियोगिता का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. रेनू भाटिया ने दीप जलाकर किया। बीबीए के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रवीण शर्मा ने बताया कि पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता के लिए पांच विषय दिए गए थे। प्रतियोगिता में बीबीए प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष की छात्राओं ने हिस्सा लिया। इसमें बीबीए प्रथम वर्ष की योजना प्रथम, काजल द्वितीय व बीबीए तृतीय वर्ष की पिंकी ने तृतीय स्थान हासिल किया। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
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