घरौंडा, 8 अक्तूबर (निस)
धान से लदी ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियां गेटपास के साथ बेरोकटोक अनाज मंडी से निकल जाती हैं। ओवरलोडिंग के खिलाफ कार्रवाई करने का दावा करने वाला प्रशासन अब मूकदर्शक बना हुआ है। जब ट्रालियों से धान का उठान नहीं किया जा सकता है तो जिला प्रशासन या आरटीओ ओवरलोडिंग करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा। उपायुक्त अनीश यादव शनिवार को नई अनाज मंडी में पहुंचे और मार्किट कमेटी कार्यालय में उन्होंने अधिकारियों से बातचीत की और व्यवस्थाओं की जानकारी ली। लिफ्टिंग की स्थिति भी जानी। इस पर उपायुक्त संतुष्ट नजर आए। उन्होंने अब तक मंडी से 65 प्रतिशत लिफ्टिंंग का कार्य हो चुका है। वहीं, अनाज मंडी से पीआर धान की बोरियों को ट्रैक्टर-ट्राली में लादकर ले जाने वाले शख्स ने बताया कि ट्राली में पीआर-14 धान की बोरियां लोड करवाई जा रही हैं, जो करनाल की राइस मिल में जाएंगी। ट्राॅलियों की परमिशन भी एसडीएम ने दी हुई है। पूछने पर उसने बताया कि इस ट्राॅली में 500 बोरियों लोड हो जाएंगी। उसने बताया कि इस तरह की कई ट्रॉलियां निकली हैं।
3 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी
कैथल (हप्र) : डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल ने कहा कि 3 लाख 25 हजार 621 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 1 लाख 69 हजार 128 मीट्रिक टन धान की खरीद की है।
आरटीओ करेंगे मामले की जांच : डीसी
मंडी में ट्रैक्टर-ट्रालियों से उठान कार्य किया जा रहा है। लिफ्टिंग करने वाली ट्रैक्टर-ट्रालियां भी ओवरलोड हैं। इस पर डीसी अनीश यादव ने कहा कि ऐसी कोई परमिशन हमारी तरफ से नहीं दी जाती है। आरटीओ को कहा जाएगा कि कि वे ओवरलोडिंग के मामले की जांच करें। आरटीओ जो भी एक्शन लेंगे, उसके बारे में बता दिया जाएगा।
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