ट्रांसपोर्ट व्यवसाय अन्यत्र हो स्थानान्तरित
दीपावली पूर्व सडक़ों की हो मरम्मत
योगेश शर्मा
बेंगलूरु. बीबीएमपी और बीडब्ल्यूएसएसबी की सुस्त चाल के चलते चिकपेट क्षेत्र बदहाल है। प्रमुख त्योहार दीपावली को कुछ दिन शेष रह गए हैं लेकिन सडक़ों की मरम्मत तक नहीं कराई जा सकी है। सडक़ों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। फुटफाथों पर भी गड्ढे होने के कारण पैदल भी चलने के लिए भी रास्ता नहीं मिलता है। ऐसे में पार्किंग और यातायात व्यवस्था ने तो व्यापारियों की नाक में दम कर दिया है। बेंगलूरु का सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) चिकपेट क्षेत्र सर्वाधिक कर अदा करने के बावजूद सरकारी लापरवाही का शिकार है। दीपावली त्योहार चलते राजस्थान पत्रिका ने व्यापारियों से उनके हाल जाने तो उनका दर्द उजागर हुआ। व्यापारियों ने चिकपेट क्षेत्र के ढांचागत विकास के लिए एक ही विभाग को मुखिया बनाने का आग्रह किया ताकि आमजन को सुविधा मिल सके। व्यापारियों ने चिकपेट क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाने के लिए जहां भारी वाहनों की आवाजाही रोकने का आग्रह किया वहीं ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को शहर से दूर स्थानान्तरित करने का आग्रह किया है। इससे जहां व्यापारियों को लाभ होगा वहीं प्रदूषण के स्तर में भी कमी आएगी।
कर्नाटका होजरी एवं गारमेंट एसोसिएशन (खागा) के पदाधिकारियों व व्यापारियों ने पत्रिका को बताया कि दीपावली से पहले बाजार की सडक़ें दुरुस्त की जाएं तथा ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जाए ताकि बाहर गांव से खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों व व्यापारियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
खागा के अध्यक्ष प्रकाश भोजानी ने कहा कि सरकार चिकपेट क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर है। लेकिन गति कम होने से काम कछुआ चाल से चल रहा है। सरकार को चाहिए कि वह काम कराने वाली एजेन्सी को कार्य तय समय में पूरा करने के लिए बाध्य करे। उन्होंने कहा कि सडक़, नाली व फुटपाथ पर अतिक्रमण गंभीर समस्या है।
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खागा के सचिव कैलाश बालर ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र में समस्या बरसों पुरानी है। बारिश के दिनों में बाजार का पूरा क्षेत्र तलैया बन जाता है। सरकार को इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान कराना चाहिए। दीपावली के सीजन में ग्राहकों की भीड़ रहेगी ऐसे में समस्याओं का समाधान यथा समय हो गया तो व्यापारियों को निश्चित रूप से लाभ होगा।
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खागा के संयुक्त सचिव बिशनसिंह राजपुरोहित ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र के फुटपाथों पर व्यापारियों के साथ अनेक लोगों का कब्जा है। लोगों को पैदल चलने के लिए जगह नहीं है। मजबूरी में लोगों को सडक़ों पर चलना पड़ता हे। यातायात व्यवस्था बदहाल है। ग्राहकों को वाहन पार्क करने के लिए बाजार से काफी दूर इधर-उधर भटकना पड़ता है।
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खागा के कोषाध्यक्ष गिरधारीलाल राजपुरोहित ने कहा कि बीवीके अयंगर रोड पर दिन भर यातायात बाधित रहने के कारण व्यापारियों को दुकानों तक पहुंचने में भी परेशानी होती है। इसके चलते ग्राहकों की संख्या में खासी कमी आई है। सरकार को सडक़ें दुरुस्त कराकर चिकपेट की यातायात व्यवस्था बहाल करने पर ध्यान देना चाहिए।
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खागा के संयुक्त मंत्री सिद्धार्थ जैन ने कहा कि चिकपेट, मामूलपेट, नगरथपेट आदि क्षेत्र में सरकार को नई योजना लाकर इस क्षेत्र का विकास करना चाहिए। यह क्षेत्र जहां सरकार को करोड़ों रुपए राजस्व देता है वहीं शहर का हृदय स्थल भी है। ऐसे में पूरे प्रदेश की निगाह चिकपेट पर रहती है। यहां का व्यवसाय अच्छा होगा तो सरकार को राजस्व अधिक मिलेगा।
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ट्रेड एक्टिविस्ट सज्जनराज मेहता ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र में दो पार्षद व दो विधायक होने के साथ समस्याओं के निदान में विलम्ब हो जाता है। लेकिन फिर भी समस्याओं का समाधान हो रहा है। उन्होंने अगले परिसीमन में चिकपेट क्षेत्र में एक ही विधायक व एक ही पार्षद के कार्यक्षेत्र में करने के लिए सरकार से आग्रह किया। ताकि आमजन को भटकना नहीं पड़े।
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खागा के उपाध्यक्ष पदमसिंह राजपुरोहित ने कहा कि विधायक दिनेश गुंडराव ने सुल्तान पेट सडक़ निर्माण के लिए भूमि पूजन किया है। उम्मीद है कि जल्द सडक़ का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने चिकपेट क्षेत्र में अवैध रूप से दिन में आने वाली भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने का आग्रह किया है। इससे दिन भर यातायात जाम रहता है।चिकपेट क्षेत्र का एक हो ‘धणीधोरी’
ट्रांसपोर्ट व्यवसाय अन्यत्र हो स्थानान्तरित
दीपावली पूर्व सडक़ों की हो मरम्मत
बेंगलूरु. बीबीएमपी और बीडब्ल्यूएसएसबी की सुस्त चाल के चलते चिकपेट क्षेत्र बदहाल है। प्रमुख त्योहार दीपावली को कुछ दिन शेष रह गए हैं लेकिन सडक़ों की मरम्मत तक नहीं कराई जा सकी है। सडक़ों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। फुटफाथों पर भी गड्ढे होने के कारण पैदल भी चलने के लिए भी रास्ता नहीं मिलता है। ऐसे में पार्किंग और यातायात व्यवस्था ने तो व्यापारियों की नाक में दम कर दिया है। बेंगलूरु का सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) चिकपेट क्षेत्र सर्वाधिक कर अदा करने के बावजूद सरकारी लापरवाही का शिकार है। दीपावली त्योहार चलते राजस्थान पत्रिका ने व्यापारियों से उनके हाल जाने तो उनका दर्द उजागर हुआ। व्यापारियों ने चिकपेट क्षेत्र के ढांचागत विकास के लिए एक ही विभाग को मुखिया बनाने का आग्रह किया ताकि आमजन को सुविधा मिल सके। व्यापारियों ने चिकपेट क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाने के लिए जहां भारी वाहनों की आवाजाही रोकने का आग्रह किया वहीं ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को शहर से दूर स्थानान्तरित करने का आग्रह किया है। इससे जहां व्यापारियों को लाभ होगा वहीं प्रदूषण के स्तर में भी कमी आएगी।
कर्नाटका होजरी एवं गारमेंट एसोसिएशन (खागा) के पदाधिकारियों व व्यापारियों ने पत्रिका को बताया कि दीपावली से पहले बाजार की सडक़ें दुरुस्त की जाएं तथा ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जाए ताकि बाहर गांव से खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों व व्यापारियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
खागा के अध्यक्ष प्रकाश भोजानी ने कहा कि सरकार चिकपेट क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर है। लेकिन गति कम होने से काम कछुआ चाल से चल रहा है। सरकार को चाहिए कि वह काम कराने वाली एजेन्सी को कार्य तय समय में पूरा करने के लिए बाध्य करे। उन्होंने कहा कि सडक़, नाली व फुटपाथ पर अतिक्रमण गंभीर समस्या है।
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खागा के सचिव कैलाश बालर ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र में समस्या बरसों पुरानी है। बारिश के दिनों में बाजार का पूरा क्षेत्र तलैया बन जाता है। सरकार को इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान कराना चाहिए। दीपावली के सीजन में ग्राहकों की भीड़ रहेगी ऐसे में समस्याओं का समाधान यथा समय हो गया तो व्यापारियों को निश्चित रूप से लाभ होगा।
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खागा के संयुक्त सचिव बिशनसिंह राजपुरोहित ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र के फुटपाथों पर व्यापारियों के साथ अनेक लोगों का कब्जा है। लोगों को पैदल चलने के लिए जगह नहीं है। मजबूरी में लोगों को सडक़ों पर चलना पड़ता हे। यातायात व्यवस्था बदहाल है। ग्राहकों को वाहन पार्क करने के लिए बाजार से काफी दूर इधर-उधर भटकना पड़ता है।
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खागा के कोषाध्यक्ष गिरधारीलाल राजपुरोहित ने कहा कि बीवीके अयंगर रोड पर दिन भर यातायात बाधित रहने के कारण व्यापारियों को दुकानों तक पहुंचने में भी परेशानी होती है। इसके चलते ग्राहकों की संख्या में खासी कमी आई है। सरकार को सडक़ें दुरुस्त कराकर चिकपेट की यातायात व्यवस्था बहाल करने पर ध्यान देना चाहिए।
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खागा के संयुक्त मंत्री सिद्धार्थ जैन ने कहा कि चिकपेट, मामूलपेट, नगरथपेट आदि क्षेत्र में सरकार को नई योजना लाकर इस क्षेत्र का विकास करना चाहिए। यह क्षेत्र जहां सरकार को करोड़ों रुपए राजस्व देता है वहीं शहर का हृदय स्थल भी है। ऐसे में पूरे प्रदेश की निगाह चिकपेट पर रहती है। यहां का व्यवसाय अच्छा होगा तो सरकार को राजस्व अधिक मिलेगा।
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ट्रेड एक्टिविस्ट सज्जनराज मेहता ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र में दो पार्षद व दो विधायक होने के साथ समस्याओं के निदान में विलम्ब हो जाता है। लेकिन फिर भी समस्याओं का समाधान हो रहा है। उन्होंने अगले परिसीमन में चिकपेट क्षेत्र में एक ही विधायक व एक ही पार्षद के कार्यक्षेत्र में करने के लिए सरकार से आग्रह किया। ताकि आमजन को भटकना नहीं पड़े।
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खागा के उपाध्यक्ष पदमसिंह राजपुरोहित ने कहा कि विधायक दिनेश गुंडराव ने सुल्तान पेट सडक़ निर्माण के लिए भूमि पूजन किया है। उम्मीद है कि जल्द सडक़ का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने चिकपेट क्षेत्र में अवैध रूप से दिन में आने वाली भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने का आग्रह किया है। इससे दिन भर यातायात जाम रहता है।
बेंगलूरु. बीबीएमपी और बीडब्ल्यूएसएसबी की सुस्त चाल के चलते चिकपेट क्षेत्र बदहाल है। प्रमुख त्योहार दीपावली को कुछ दिन शेष रह गए हैं लेकिन सडक़ों की मरम्मत तक नहीं कराई जा सकी है। सडक़ों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। फुटफाथों पर भी गड्ढे होने के कारण पैदल भी चलने के लिए भी रास्ता नहीं मिलता है। ऐसे में पार्किंग और यातायात व्यवस्था ने तो व्यापारियों की नाक में दम कर दिया है। बेंगलूरु का सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) चिकपेट क्षेत्र सर्वाधिक कर अदा करने के बावजूद सरकारी लापरवाही का शिकार है। दीपावली त्योहार चलते राजस्थान पत्रिका ने व्यापारियों से उनके हाल जाने तो उनका दर्द उजागर हुआ। व्यापारियों ने चिकपेट क्षेत्र के ढांचागत विकास के लिए एक ही विभाग को मुखिया बनाने का आग्रह किया ताकि आमजन को सुविधा मिल सके। व्यापारियों ने चिकपेट क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाने के लिए जहां भारी वाहनों की आवाजाही रोकने का आग्रह किया वहीं ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को शहर से दूर स्थानान्तरित करने का आग्रह किया है। इससे जहां व्यापारियों को लाभ होगा वहीं प्रदूषण के स्तर में भी कमी आएगी।
कर्नाटका होजरी एवं गारमेंट एसोसिएशन (खागा) के पदाधिकारियों व व्यापारियों ने पत्रिका को बताया कि दीपावली से पहले बाजार की सडक़ें दुरुस्त की जाएं तथा ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जाए ताकि बाहर गांव से खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों व व्यापारियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
खागा के अध्यक्ष प्रकाश भोजानी ने कहा कि सरकार चिकपेट क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर है। लेकिन गति कम होने से काम कछुआ चाल से चल रहा है। सरकार को चाहिए कि वह काम कराने वाली एजेन्सी को कार्य तय समय में पूरा करने के लिए बाध्य करे। उन्होंने कहा कि सडक़, नाली व फुटपाथ पर अतिक्रमण गंभीर समस्या है।
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खागा के सचिव कैलाश बालर ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र में समस्या बरसों पुरानी है। बारिश के दिनों में बाजार का पूरा क्षेत्र तलैया बन जाता है। सरकार को इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान कराना चाहिए। दीपावली के सीजन में ग्राहकों की भीड़ रहेगी ऐसे में समस्याओं का समाधान यथा समय हो गया तो व्यापारियों को निश्चित रूप से लाभ होगा।
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खागा के संयुक्त सचिव बिशनसिंह राजपुरोहित ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र के फुटपाथों पर व्यापारियों के साथ अनेक लोगों का कब्जा है। लोगों को पैदल चलने के लिए जगह नहीं है। मजबूरी में लोगों को सडक़ों पर चलना पड़ता हे। यातायात व्यवस्था बदहाल है। ग्राहकों को वाहन पार्क करने के लिए बाजार से काफी दूर इधर-उधर भटकना पड़ता है।
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खागा के कोषाध्यक्ष गिरधारीलाल राजपुरोहित ने कहा कि बीवीके अयंगर रोड पर दिन भर यातायात बाधित रहने के कारण व्यापारियों को दुकानों तक पहुंचने में भी परेशानी होती है। इसके चलते ग्राहकों की संख्या में खासी कमी आई है। सरकार को सडक़ें दुरुस्त कराकर चिकपेट की यातायात व्यवस्था बहाल करने पर ध्यान देना चाहिए।
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खागा के संयुक्त मंत्री सिद्धार्थ जैन ने कहा कि चिकपेट, मामूलपेट, नगरथपेट आदि क्षेत्र में सरकार को नई योजना लाकर इस क्षेत्र का विकास करना चाहिए। यह क्षेत्र जहां सरकार को करोड़ों रुपए राजस्व देता है वहीं शहर का हृदय स्थल भी है। ऐसे में पूरे प्रदेश की निगाह चिकपेट पर रहती है। यहां का व्यवसाय अच्छा होगा तो सरकार को राजस्व अधिक मिलेगा।
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ट्रेड एक्टिविस्ट सज्जनराज मेहता ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र में दो पार्षद व दो विधायक होने के साथ समस्याओं के निदान में विलम्ब हो जाता है। लेकिन फिर भी समस्याओं का समाधान हो रहा है। उन्होंने अगले परिसीमन में चिकपेट क्षेत्र में एक ही विधायक व एक ही पार्षद के कार्यक्षेत्र में करने के लिए सरकार से आग्रह किया। ताकि आमजन को भटकना नहीं पड़े।
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खागा के उपाध्यक्ष पदमसिंह राजपुरोहित ने कहा कि विधायक दिनेश गुंडराव ने सुल्तान पेट सडक़ निर्माण के लिए भूमि पूजन किया है। उम्मीद है कि जल्द सडक़ का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने चिकपेट क्षेत्र में अवैध रूप से दिन में आने वाली भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने का आग्रह किया है। इससे दिन भर यातायात जाम रहता है।चिकपेट क्षेत्र का एक हो ‘धणीधोरी’
ट्रांसपोर्ट व्यवसाय अन्यत्र हो स्थानान्तरित
दीपावली पूर्व सडक़ों की हो मरम्मत
बेंगलूरु. बीबीएमपी और बीडब्ल्यूएसएसबी की सुस्त चाल के चलते चिकपेट क्षेत्र बदहाल है। प्रमुख त्योहार दीपावली को कुछ दिन शेष रह गए हैं लेकिन सडक़ों की मरम्मत तक नहीं कराई जा सकी है। सडक़ों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। फुटफाथों पर भी गड्ढे होने के कारण पैदल भी चलने के लिए भी रास्ता नहीं मिलता है। ऐसे में पार्किंग और यातायात व्यवस्था ने तो व्यापारियों की नाक में दम कर दिया है। बेंगलूरु का सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) चिकपेट क्षेत्र सर्वाधिक कर अदा करने के बावजूद सरकारी लापरवाही का शिकार है। दीपावली त्योहार चलते राजस्थान पत्रिका ने व्यापारियों से उनके हाल जाने तो उनका दर्द उजागर हुआ। व्यापारियों ने चिकपेट क्षेत्र के ढांचागत विकास के लिए एक ही विभाग को मुखिया बनाने का आग्रह किया ताकि आमजन को सुविधा मिल सके। व्यापारियों ने चिकपेट क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाने के लिए जहां भारी वाहनों की आवाजाही रोकने का आग्रह किया वहीं ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को शहर से दूर स्थानान्तरित करने का आग्रह किया है। इससे जहां व्यापारियों को लाभ होगा वहीं प्रदूषण के स्तर में भी कमी आएगी।
कर्नाटका होजरी एवं गारमेंट एसोसिएशन (खागा) के पदाधिकारियों व व्यापारियों ने पत्रिका को बताया कि दीपावली से पहले बाजार की सडक़ें दुरुस्त की जाएं तथा ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जाए ताकि बाहर गांव से खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों व व्यापारियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
खागा के अध्यक्ष प्रकाश भोजानी ने कहा कि सरकार चिकपेट क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर है। लेकिन गति कम होने से काम कछुआ चाल से चल रहा है। सरकार को चाहिए कि वह काम कराने वाली एजेन्सी को कार्य तय समय में पूरा करने के लिए बाध्य करे। उन्होंने कहा कि सडक़, नाली व फुटपाथ पर अतिक्रमण गंभीर समस्या है।
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खागा के सचिव कैलाश बालर ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र में समस्या बरसों पुरानी है। बारिश के दिनों में बाजार का पूरा क्षेत्र तलैया बन जाता है। सरकार को इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान कराना चाहिए। दीपावली के सीजन में ग्राहकों की भीड़ रहेगी ऐसे में समस्याओं का समाधान यथा समय हो गया तो व्यापारियों को निश्चित रूप से लाभ होगा।
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खागा के संयुक्त सचिव बिशनसिंह राजपुरोहित ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र के फुटपाथों पर व्यापारियों के साथ अनेक लोगों का कब्जा है। लोगों को पैदल चलने के लिए जगह नहीं है। मजबूरी में लोगों को सडक़ों पर चलना पड़ता हे। यातायात व्यवस्था बदहाल है। ग्राहकों को वाहन पार्क करने के लिए बाजार से काफी दूर इधर-उधर भटकना पड़ता है।
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खागा के कोषाध्यक्ष गिरधारीलाल राजपुरोहित ने कहा कि बीवीके अयंगर रोड पर दिन भर यातायात बाधित रहने के कारण व्यापारियों को दुकानों तक पहुंचने में भी परेशानी होती है। इसके चलते ग्राहकों की संख्या में खासी कमी आई है। सरकार को सडक़ें दुरुस्त कराकर चिकपेट की यातायात व्यवस्था बहाल करने पर ध्यान देना चाहिए।
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खागा के संयुक्त मंत्री सिद्धार्थ जैन ने कहा कि चिकपेट, मामूलपेट, नगरथपेट आदि क्षेत्र में सरकार को नई योजना लाकर इस क्षेत्र का विकास करना चाहिए। यह क्षेत्र जहां सरकार को करोड़ों रुपए राजस्व देता है वहीं शहर का हृदय स्थल भी है। ऐसे में पूरे प्रदेश की निगाह चिकपेट पर रहती है। यहां का व्यवसाय अच्छा होगा तो सरकार को राजस्व अधिक मिलेगा।
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ट्रेड एक्टिविस्ट सज्जनराज मेहता ने कहा कि चिकपेट क्षेत्र में दो पार्षद व दो विधायक होने के साथ समस्याओं के निदान में विलम्ब हो जाता है। लेकिन फिर भी समस्याओं का समाधान हो रहा है। उन्होंने अगले परिसीमन में चिकपेट क्षेत्र में एक ही विधायक व एक ही पार्षद के कार्यक्षेत्र में करने के लिए सरकार से आग्रह किया। ताकि आमजन को भटकना नहीं पड़े।
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खागा के उपाध्यक्ष पदमसिंह राजपुरोहित ने कहा कि विधायक दिनेश गुंडराव ने सुल्तान पेट सडक़ निर्माण के लिए भूमि पूजन किया है। उम्मीद है कि जल्द सडक़ का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने चिकपेट क्षेत्र में अवैध रूप से दिन में आने वाली भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने का आग्रह किया है। इससे दिन भर यातायात जाम रहता है।
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