See why parents are essential in assisting their children to choose good life partners: हमारे देश भारत में शादियों का अर्थ होता है दो आत्माओं का मिलन होना। भारत में शादियों को अत्यधिक महत्व इसलिए दिया जाता है क्योंकि इसमें दो व्यक्तियों के साथ साथ दो परिवार भी पूरी जिंदगी के लिए एक दूसरे के साथ जुड़ जाते हैं। इसीलिए भले ही ऐसा प्रतीत हो कि यह 2 लोगों के जीवन का मामला है इसीलिए उसका निर्णय वे दो लोग ही लेंगे लेकिन कहीं ना कहीं उस निर्णय में दोनों परिवारों की सहमति और भागीदारी अनिवार्य होती है। सरल अर्थों में कहा जाए जीवनसाथी का चुनाव करते वक्त माता-पिता का सहयोग और उनका निर्णय अत्यंत आवश्यक होता है। भारत में आज भी अरेंज मैरिज काफी आम बात है। अरेंज मैरिज में आज भी रिश्तेदार और परिवार वाले काफी जरूरी भूमिका निभाते हैं। यहां हम जबरदस्ती से किसी के साथ आपका रिश्ता तय करने की बात नहीं कर रहे हैं लेकिन लव मैरिज में भी माता-पिता का साथ और उनके विचार काफी ज्यादा महत्व रखते हैं। यहां देखें कि कैसे माता-पिता आपके लिए एक उपयुक्त जीवन साथी चुनने में सहायक साबित होते हैं।
१) अनुकूलता प्राप्त करने के लिए माता पिता के विचार सहायक होते हैं।
यह बात बिल्कुल सही है कि केवल आप ही तय कर सकते हैं कि आपका रिश्ता जिस व्यक्ति के साथ जुड़ने वाला है वह आपके लिए सही है या नहीं। लेकिन, आप जिस व्यक्ति को अपने जीवन साथी के रूप में स्वीकार करने के लिए तत्पर होते हैं वह आपके अपेक्षाओं के अनुसार है या नहीं या फिर वह आपके जीवन शैली के अनुरूप ढल पाएगा या नहीं इस बात को सुनिश्चित करना आपके माता-पिता का कार्य होता है। आपके माता-पिता के पास आपकी व्यवहार संबंधी आदतों के बारे में सबसे सटीक जानकारी है। इसलिए वे सुनिश्चित करेंगे कि आपके प्रेमी में आपके जैसी ही विशेषताएं हैं या नहीं।
२) फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की जांच करने के लिए।
जहां तक भारत में शादियों की बात आती है, आज भी लड़के की फाइनेंशियल सिक्योरिटी को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है। दुल्हन के पिता और माता इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि लड़के के पास इतने पैसे हैं या नहीं जिससे वह उनकी बेटी को सर्वोच्च प्रकार की जीवन शैली प्रदान कर सकते। दुल्हन का पिता इस बात की भी परख करता है कि लड़के के अंदर वह विशेषताएं हैं या नहीं जिससे वह उनकी बेटी का साथ उम्र भर दे सकता है।
३) परिवार के साथ अनुकूल संबंध
अगर आप एक सामान्य भारतीय परिवार से आते हैं तब, आपका प्रेमी आपसे ज्यादा आपकी मां के साथ समय व्यतीत करना पसंद करेगा। इसी लिए सबसे जरूरी चीज यह है कि आप जिस व्यक्ति से प्यार करते हैं उसका और आपकी मां के बीच का संबंध अनुकूल हो और एक दूसरे से मेल खाता हो। अगर ऐसा नहीं होता है तो आप अक्सर खुद को बीच मझधार में पाएंगे जहा दोनों तरफ अलग-अलग भावनाएं और उपेक्षाए होंगी।
४) आदर्श मैच सुनिश्चित करने के लिए
हमारे माता-पिता को हमसे कई गुना ज्यादा जानकारी होती है। अगर आप अपने पूरे परिवार के साथ रहते हैं तो आपको यह स्वीकार करना पड़ेगा कि आपके जीवन साथी को चुनने में आपके परिवार का भी प्रभाव पड़ेगा। हम इस बात से इनकार नहीं करते कि जीवन साथी चुनना व्यक्ति का व्यक्तिगत निर्णय होना चाहिए लेकिन एक व्यवस्थित और स्वस्थ विवाह के लिए आपका परिवार आपका मार्गदर्शन करता है।
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