Rani Rashmoni Full Story: 1850 में अंग्रेज़ भारत पर अपना कब्जा करके बैठे थे, तब एक अकेली महिला अपने हक के लिए ब्रिटिश राज के सामने एक चुनौती बनकर सामने आई . जिन्हें रश्मोनी कहा जाता है. वे एक सामाजिक कार्यकर्ता, एवं कोलकाता के जानबाजार की जनहितैषी जमींदार के रूप में प्रसिद्ध थीं. वे दक्षिणेश्वर काली मंदिर की संस्थापिका थीं, एवं नवजागरण काल के प्रसिद्ध दार्शनिक एवं धर्मगुरु स्वामी रामकृष्ण परमहंस की मुख्य पृष्ठपोषण भी हुआ करती थी.
11 साल की उम्र में हो गया था विवाह
जब वे 7 साल की थीं, उनकी मां का निधन हो गया. 11 साल की उम्र में उनकी शादी कोलकाता के जन बाजार के धनी जमींदार बाबू रामचन्द्र दस के संग हुई थी. वह रामचन्द्र दस की तीसरी पत्नी थीं. यानी पारिवारिक तौर पर भी उन्हें काफी समस्याएं हुईं. साथ ही पति बाबू राजचंद्र दास उनसे उम्र में काफी बड़े थे. हालांकि यहां से रानी की आर्थिक स्थिति सुधरी क्योंकि उनके पति जमींदार थे.पति की मृत्यु के पश्चात, उन्होंने उनकी जमींदारी का सारा भार अपने ऊपर उठा लिया और अपने सभी दायित्वों का परिचालन शुरू कर दिया.
मछुआरों के लिए अंग्रेजों से ली टक्कर
वर्ष 1840 में ब्रिटिश सरकार ने हुगली नदी में मछलियां पकड़ने पर टैक्स लगा दिया. इससे मछुआरों की रोजी-रोटी ठप पड़ गई. इस टैक्स पर अंग्रेजों का तर्क था कि मछलियां पकड़ने के जालों के कारण स्टीमरों के आने-जाने में रुकावट होती है. इस टैक्स के बाद मछुआरे रानी रासमणि के पास मदद की अर्जी लेकर पहुंचे. तब रानी ने इनकी मदद के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी से एक डील की जिसके तहत रानी ने कंपनी को 10 हजार रुपये दिए बदले में उन्हें हुगली नदी के किनारे के 10 किलोमीटर हिस्सा मिल गया. उन्होंने अपने हिस्से के किनारों पर लोहे की मोटे और काफी मजबूत जंजीरें लगवा दीं और जगह को कुछ ऐसे घेर दिया कि वो एक सेपरेट जगह बन गई. रानी ने अब मछुआरों से कहा कि वे यहां आकर मछलियां पकड़ सकते हैं.
अंग्रेजों की बढ़ गई मुसीबत
जंजीर से घेराबंदी के कारण अंग्रेजों के स्टीमर बीच में अटकने लगे. कंपनी ने रानी से जवाब मांगा तो उन्होंने कंपनी के साथ अपने करार के कागजात सामने कर दिए. साथ ही मछुआरों की समस्या भी बताई. आखिरकार अंग्रेजी हुकूमत को ही झुकना पड़ा. वे समझ गए कि रानी ये लीज का नाटक मछुआरों की मदद के लिए किया था. लिहाजा उन्होंने हुगली में मछलियां पकड़ने पर से लगाया भारी-भरकम टैक्स पूरी तरह से हटा लिया.
कई समाज सुधार के काम किए
उन्होंने अपने जीवन काल में कई समाज सुधार के कार्य किए. उन्होंने कोलकाता में कई पक्के घाट बनवाए. सड़कें और बगीचे बनवाए. रानी राशमोनी ने कई बड़े प्रोजेक्ट शुरू किए.
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Tags: Success Story
FIRST PUBLISHED : January 22, 2023, 07:30 IST
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