Author: AgencyPublish Date: Mon, 10 Oct 2022 07:48 PM (IST)Updated Date: Mon, 10 Oct 2022 07:48 PM (IST)
नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए स्पेस वारफेयर का लाभ उठाएगा। इंडियन स्पेस एसोसिएशन (ISpA) की पहली वर्षगांठ के अवसर पर उन्होंने हाल के वैश्विक युद्धों के मद्देनजर अंतरिक्ष की रणनीतिक प्रासंगिकता पर ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा, ‘अंतरिक्ष, एक दोहरे उपयोग वाला प्रौद्योगिकी क्षेत्र है, जो एक महत्वपूर्ण बहुआयामी प्रवर्तक के रूप में उभर रहा है और अभूतपूर्व पहुंच प्रदान करता है।
सैन्य अंतरिक्ष क्षमताओं को विकसित करने पर जोर
सिंह ने कहा कि आज कई देश अपनी सैन्य अंतरिक्ष क्षमताओं को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर दुश्मनों को पीछा छोड़ सके और साथ ही इसके सुरक्षित, मजबूत और फ्रेंडली उपयोग को सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत ने भी युद्ध के इस उभरते हुए आयाम की ताकत का लाभ उठाने का संकल्प लिया है और वास्तव में, भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने की दिशा में मजबूत और निर्णायक कदम उठा रही है।
स्टार्ट-अप्स की संख्या में वृद्धि
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष सुधारकों ने स्टार्ट-अप्स की नई संभावनाओं को खोजा है और थोड़े समय में ही आज हमारे पास अत्याधुनिक काम करने वाले 102 स्टार्ट-अप्स हो गए हैं। जबकि 3-4 साल पहले केवल दो स्टार्ट-अप्स ही थे। यह स्टार्ट-अप्स अंतरिक्ष मलबा प्रबंधन, नैनो-उपग्रह, प्रक्षेपण वाहन, जमीनी प्रणाली, अनुसंधान जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनुसंधान एवं विकास, शिक्षा और उद्योग के एकीकरण के साथ समान भागीदारी में यह कहना सही होगा कि निजी क्षेत्र और स्टार्ट-अप्स के साथ इसरो के नेतृत्व में एक अंतरिक्ष क्रांति क्षितिज पर है।
इसरो ने भारत को किया गौरवांवित
सिंह ने ISpA के अध्यक्ष जयंत डी पाटिल, इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ के साथ ‘Developing the space ecosystem in India: focussing on inclusive growth” शीर्षक के साथ एक रिपोर्ट का भी अनावरण किया। उन्होंने कहा कि इसरो की उपलब्धियों ने हमारे लिए वैश्विक पहचान और तारीफ दोनों अर्जित की हैं। उन्होंने कहा कि इसरो अपनी उपलब्धियों से भारत को गौरवान्वित करता रहेगा।
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Edited By: Devshanker Chovdhary
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