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- 33 Thousand KV Current 20 Feet Above The Ground And Children Will Play Cricket Below
गुना2 घंटे पहले
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प्रदेश का इकलौता शहर गुना जहां एक भी ओपन स्पेस खेल मैदान बच्चों को खेलने के लिए नहीं है। हालात इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि जिला क्रिकेट एसोसिएशन ने बच्चों को क्रिकेट सिखाने के लिए जो जगह चिह्नित की है वहां मैदान के बीचों-बीच बिजली कंपनी के दो लोहे के खंभे लगे हैंं। जमीन से मात्र 20 फीट की ऊंचाई से 33 हजार केवी की लाइन गुजरी है। ऐसे में यदि बच्चे यहां खेलेंगे तो किसी भी समय कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन जिला प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं है।
6 बीघा जमीन मिली लेकिन अटकी : गुना शहर में बच्चों के पास क्रिकेट एवं अन्य ओपन गेम खेलने के लिए कोई खेल का मैदान नहीं है। पहले संजय स्टेडियम के तौर पर बच्चों के पास मैदान था, लेकिन अब वहां हॉकी खेलने के लिए एस्ट्रोटर्फ बिछा दी गई है। ऐसे में अब क्रिकेट एवं अन्य खेलों के लिए एक भी खेल मैदान शहर में नहीं है। यही वजह है कि बच्चों को क्रिकेट सिखाने के लिए महविद्यालय के इंडोर स्टेडियम के सामने खाली पड़ी करीब 15 हजार स्क्वायर फीट की जमीन पर जिला क्रिकेट एसोसिएशन क्लब खोलने जा रहा है।
जिला क्रिकेट के सेक्रेटरी सौरभ रघुवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि बीज निगम की जमीन यहां खेल मैदान के लिए आवंटित हो चुकी है। लेकिन वहां एक एमडी इसकी एनओसी नहीं दे रहा है। वहीं जिला खेल अधिकारी की सुस्ती इस पूरे मामले में बाधक बन रही है।
सीधी बात : खेल मंत्री यशोधरा राजे भी खेल अफसर से नाराज
गुना में खेल मैदान नहीं है लोगों को आपसे उम्मीद है। गुना के खेल मैदान के लिए कुछ जमीन आवंटन हुई थी। लेकिन शासन स्तर से एक ऐसी जमीन का चिह्नांकन करके दे दिया गया जो जमीन गड्ढों और खाई से भरी थी। ऐसी जमीन पर हम भराव कैसे करते। हमारे पास 1 से 2 करोड़ का ही बजट होता है। वो सारा पैसा इसी में ही खर्च हो जाता है। खिलाड़ियों का कहना है नई जगह मिली है। बीज निगम के पीछे 6 बीघा। एमडी ने एनओसी नहीं दी है।
मैं इस मामले को दिखावा लेती हूं। गुना में खेल मैदान की मांग पुरानी है मैं कोशिश करूंगी कि गुना को खेल मैदान मिले। जिला खेल अधिकारी यहां नहीं आते, बच्चों को खेल के लिए सामान भी नहीं मिलता है। उनकी कई शिकायतें मेरे पास आ रही हैं। उनसे मैं कई बार आगाह कर चुकी हूं। लेकिन वो सुधर नहीं रहे हैं। सुधर जाएं नहीं तो हम उनका ट्रांसफर कर देंगे।
हम तो कलेक्टर को रिमाइंडर दे चुके
“जमीन से संबंधित मामले में कलेक्टर को कार्रवाई करना है। हम तो पत्र भेज चुके हैं। उसके बाद रिमाइंडर दे चुके हैं, अब वो मामला कहां अटका है, वो ही जानें। रहा सवाल गुना में आने का तो हम आते-जाते रहते हैं।”
-केके खरे, जिला खेल अधिकारी गुना
खेल के लिए न सामान, न मैदान
“हमें खेलने के लिए एक भी खेल मैदान नहीं है। जिला खेल अधिकारी कुछ भी सामान मुहैया नहीं करा रहे हैं। वो गुना आते ही नहीं हैं। यहां खेलों के लिए उत्तरदायित्व किसका है कुछ भी पता नहीं है।”
-सौरभ रघुवंशी, सेक्रेटरी, जिला क्रिकेट एसोसिएशन
हमें और जमीन देखनी पड़ेगी
“जमीन को बीज निगम के अफसरों ने शायद देने से मना कर दिया है। मुझे लगता है वहां खेल मैदान के लिए जमीन नहीं मिल पाएगी। हमें और कोई जमीन देखनी पड़ेगी।”
-सिद्धार्थ भूषण, तहसीलदार गुना
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