© Pavlo Gonchar / SOPA Images/Sipa via Reuters Connect अमेरिका समेत दुनिया की अर्थव्यवस्था कर रही गंभीर संकट का सामना : जेपी मॉर्गन
न्यूयॉर्क, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिकी निवेश बैंक जेपी मॉर्गन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेमी डिमोन ने चेताया है कि वर्तमान में अमेरिका समेत पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था गंभीर संकट का सामना कर रही है, यह अगले साल के मध्य तक आर्थिक मंदी का कारण बन सकता है। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक डिमोन ने कहा कि इस समय जारी मुद्रास्फीति, ब्याज दरों में तेज वृद्धि और यूक्रेन युद्ध अर्थव्यवस्था में ब्याप्त संकट का प्रमुख कारण है।
हालांकि डिमोन ने यह भी जोड़ा कि अमेरिका वास्तव में अब भी अच्छा कर रहा है। वर्ष 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी की तुलना में यहां के उपभोक्ता बेहतर स्थिति में हैं।
डिमोन ने कहा कि अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने अर्थव्यवस्था में व्याप्त संकट के समाधान के लिए बहुत लंबा इंतजार किया और इसके हल के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाया। इसका परिणाम रहा कि पिछले 18 माह में मुद्रास्फीति 40 साल में सबसे अधिक हो गई। उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक, जिसने इस साल ब्याज दरों में पांच बार वृद्धि की, यह व्याप्त संकट का स्पष्ट संकेत है।
गार्जियन के मुताबिक डिमोन ने कहा कि अब हम सब उम्मीद करते हैं कि वह (फेडरल बैंक के चेयरमैन जिरोम पावेल) जहां तक संभव हो, अर्थव्यवस्था की गिरती साख को रोकने में सफल हों।
लेकिन बैंक के प्रमुख ने कहा कि बाजार की अस्थिर स्थिति पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था एक साथ टकरा सकते हैं।
द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक डिमोन ने कहा कि बेंचमार्क आसानी से 20 प्रतिशत और गिर सकता है। 20 प्रतिशत की अगली गिरावट पहले की अपेक्षा अधिक तकलीफदेह होगी।
यह पहली बार नहीं है कि डिमोन ने तेजी से गिरती अर्थव्यवस्था के संबंध में चेताया हो, इसके पहले जून में उन्होंने आर्थिक तबाही के बारे में बैंक को तैयारी करने को कहा था।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि जेपी मॉर्गन खुद संकट को लेकर खुद को तैयार कर रहा है और अपने बैलेंसशीट के साथ बहुत सतर्क होकर आगे बढ़ रहे हैं।
आगामी आर्थिक संकट के संबंध में अनुमान व्यक्त करने वाले डीमोन अकेले नहीं हैं, सप्ताह भर पहले जर्मन फाइनेंशियल सर्विसेज एलाएंज एसई के मुख्य आर्थिक सलाहकार मोहम्मद एल-इरेन ने भी कहा कि बेहतर मंजिल तक पहुंचने के लिए अमेरिकी अर्थव्यवस्था उठापटक के दौर से गुजर रही है।
–आईएएनएस
एसकेपी
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