खरगोनएक घंटा पहले
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केन्द्रीय कपास अनुसंधान केन्द्र नागपुर (महाराष्ट्र) के कृषि वैज्ञानिकों के दल ने मंगलवार को जिले में भ्रमण किया। दल ने कपास फसल के निरीक्षण से पूर्व प्रशिक्षण में कृषको से चर्चा की। बमनाला एवं घुघरियाखेडी में वैज्ञानिक दल एवं विभागीय अधिकारी द्वारा कृषकों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में वैज्ञानिकों ने कपास की सम्पूर्ण कृषि कार्यमाला की जानकारी दी। इसमें कपास फसल में होने वाले रोगों एवं कीट नियंत्रण के संबंध में बताया। साथ ही वर्तमान समय में कपास फसल पर गुलाबी इल्ली के नियंत्रण एवं रोकथाम एवं तकनीकी के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षण के बाद वैज्ञानिक दल द्वारा ग्राम बमनाला के कृषक जगदीश हरेसिंह चौहान, ग्राम बनिहार के कृषक दयाराम पिता घुसई एवं सेगांव के कृषक राजेन्द्र पिता भागीरथ मण्डलोई के खेत में अन्य कृषकों की उपस्थिति में कपास फसल का अवलोकन एवं निरीक्षण कर कृषको को तकनीकी सलाह दी गई।
दल में ये रहे शामिल
भ्रमण कार्यक्रम में केन्द्रीय कपास अनुसंधान केन्द्र नागपुर (महाराष्ट्र) से गठित वैज्ञानिकों के दल में डॉ. विश्लेश नगरारे (प्रमुख वैज्ञानिक), डॉ. बाबासाहब फंड, डॉ. शैलेष गावंडे, डॉ. दीपक नगराले, डॉ. आकाश निकोसे, डॉ. एसके परसाई वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा प्रमुख कपास अनुसंधान केन्द्र खण्डवा, डॉ. वायके जैन सह संचालक आंचलिक अनुसंधान केन्द्र खरगोन, एमएल चौहान उप संचालक कृषि, टीएस मण्डलोई अनुविभागीय कृषि अधिकारी अनुभाग खरगोन संबंधित क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी उपस्थित रहे।
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