दतियाएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मनाया बालिका दिवस।
वर्तमान में भारत के लिंग अनुपात में महिलाओं की संख्या काफी कम होती जा रही है। इसीलिए शासन द्वारा ऐसी योजनाएं चलाई जाती हैं जिससे बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं उनके अनुपात में वृद्धि हो। इसी के तहत आईएमए दतिया द्वारा इस कार्य को बढ़ाने के लिए मिशन पिंक हेल्थ अभियान किया जाएगा। जिसके अंतर्गत सभी शासकीय विद्यालय में छात्र एवं छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यकता अनुसार जांचे कर निशुल्क उपचार दिया जाएगा। साथ ही छात्राओं को स्वस्थ्य जीवन शैली अपनाने हेतु जागरूक किया जाएगा। यह बात मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. श्वेता यादव ने कही।
उन्होंने कहा कि विश्व में बढ़ते महिलाओं के प्रति अत्याचारों और असमानताओं जैसे भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, बाल विवाह एवं अशिक्षा को देखते हुए और उन्हें इन सभी समस्याओं से उबारने के लिए तथा उनके संरक्षण के उद्देश्य से ही हर साल बालिका दिवस ( गर्ल चाइल्ड डे) मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे को एक विषय के साथ मनाया जाता है और यह थीम महिलाओं एवं बालिकाओं से जुड़ी होती है और उन्हें सशक्त बनाने का काम करती है।
इस साल अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2022 की थीम अब हमारा समय है, हमारे अधिकार, हमारा भविष्य (अवर टाइम इस नाउ- अवर राइट्स,अवर फ्यूचर) रहा। बालिका दिवस के उपलक्ष्य में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्यों ने यह प्रतिज्ञा ली कि शासन की मंशा अनुसार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साथ-साथ सभी चिकित्सक गण स्वस्थ्य बालिका, स्वस्थ्य महिला एवं स्वस्थ भारत के निर्माण हेतु पूर्णतः समर्पित होकर कार्य करेंगे।
कार्यक्रम में सचिव डॉ. केएम वरुण, संयुक्त सचिव डॉ. पुनीत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष डॉ. केपी बरेठिया, शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश गुप्ता, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप उपाध्याय डॉ. दिनेश गुप्ता, अस्पताल सह अधीक्षक डॉ. सचिन सिंह यादव, मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ. कपिल देव आर्य, सह प्राध्यापक पेथोलॉजी डॉ. आनंद भदकारिया, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेश सिंह तोमर, डॉ. अंशिका अग्रवाल, नर्सिंग सुप्रिटेंडेंट विजी अवस्थी, सुशीला, सरोज पांडे, माला, अनामिका आदि शामिल रहे।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post