First Published Oct 12, 2022, 12:06 PM IST
तेहरान. इन दिनों ईरान हिजाब विरोधी हिंसक प्रदर्शन(Anti-hijab protests in Iran) के कारण दुनियाभर की मीडिया में चर्चा में है। लेकिन इसी ईरान में रहने वाले एक समुदाय की महिलाएं पश्चिमी देशों की तर्ज पर बिंदास जीवन गुजारती हैं। वे घोड़सवारी करती हैं, बंदूक चलाती हैं। यह कोई नहीं जानता कि दुर्गम ज़ाग्रोस पर्वत(Zagros Mountains) में बसने से पहले बख्तियारी लोग(Bakhtiari people ) कहां से आए थे। लेकिन पिछले कई हजार वर्षों में उनकी जड़ें इस भूमि में गहरी हो गई हैं। यह अब पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी ईरान में है। बख्तियारी मुख्य रूप से चाहरमहल और बख्तियारी और पूर्वी खुज़ेस्तान, लोरेस्टन, बुशहर और इस्फहान प्रांतों में निवास करते हैं। बख्तियारी शब्द का अर्थ भाग्य के साथी या सौभाग्य के वाहक से है। यह दो छोटे शब्दों बख्त और यार को जोड़कर बना है। बख्त का फारसी में अर्थ भाग्य है। जबकि यार, इरी का शाब्दिक अर्थ है साथी। आइए जानते हैं इस दिलचस्प जनजाति के बारे में…
जिस जाग्रोस पर्वतमाला पर बख्तियारी निवास करते हैं, वो प्राकृतिक रूप से बेहद दुर्गम क्षेत्र है। यही वजह है कि यह जनजाति अनगिनत कठिनाइयों का सामना करने के कारण मेहनती और ताकतवर हो गई है।
बख्तियारी खानाबदोश हैं। ये साल में 2 बार अपने झुंड के साथ चरागाह के लिए पलायन करते हैं। यानी वसंत में अपने गर्मियों के क्वार्टर (सरसीर या यायलक) में पहाड़ों की ओर, जबकि ठंड में घाटियों और मैदानी इलाकों में अपने सर्दियों के क्वार्टर (गर्मसर या किश्लाक) में चले जाते हैं।
बख्तियारी मुख्य रूप से बकरी, भेड़, घोड़े और मवेशी पालते हैं। कुछ बख्तियारी खेती-किसानी भी करने लगे हैं। ये ज्यादातर गेहूं और अन्य अनाज की खेती करते हैं।
बख्तियारी समाज में पुरुषों की सत्ता होने के बावजूद महिलाओं को अपनी जिंदगी पूरी आजादी से जीने का हक मिला हुआ है। हालांकि, 1979 की ईरानी क्रांति के बाद बख्तियारी में तेजी से बदलाव आया है। यानी बख्तियारी महिलाओं के अधिकारों में कुछ कमी आई है।
बख्तियारी उक्सियन(Uxian tribe) जनजाति के वंशज हैं। कहते हैं कि ये 330 ईसा पूर्व खुज़ेस्तान में मैसेडोनिया के राजा सिकंदर महान Macedonian king Alexander the Great-336–323 BC) से भिड़ गए थे। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि बख्तियारी यूनानियों के वंशज हैं, जिन्होंने बैक्ट्रिया(Bactria) पर शासन किया था। बख्तियारी और ग्रीक डांस के बीच समानता को और सबूत के रूप में इस्तेमाल किया गया है।
बख्तियारी भी कई जनजातियों की तरह अपने ही गोत्र यानी समुदाय में मैरिज करते हैं। यह इनकी अपनी जीवन शैली की कठोर प्रकृति के कारण हो सकता है। क्योंकि ये पहले तक बाहरी दुनिया से कम संपर्क में थे।
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