Author: deena nath dubeyPublish Date: Wed, 12 Oct 2022 01:49 PM (IST)Updated Date: Wed, 12 Oct 2022 01:54 PM (IST)
मऊ, जागरण संवाददाता। Flood in Saryu river in Mau district: मऊ जिले में सरयू नदी में दोबारा बाढ़ से चिंता का माहौल है। ब्रह्मचारी बाबा की कुटी के समीप कटान जारी होने के साथ ही सरयू नदी का जलस्तर 71 मीटर 15 सेंटीमीटर पर जा पहुंचा है। सरयू नदी का तटवर्ती इलाका दहशत में होने के साथ ही बंधा के नीचे का फसल जलमग्न हो चुकी है। नदी का दबाव बंधा की ओर बना हुआ है।
सरजू नदी का जलस्तर बिंदु से काफी ऊपर है। बुधवार को 12:00 बजे गौरी शंकर घाट पर 71 मीटर पर सरयू नदी का जलस्तर रहा। सुबह आठ बजे प्रातः 70 मीटर मीटर 90 सेंटीमीटर पर था। नदी के जलस्तर में निरंतर वृद्धि हो रही है। नदी बुधवार को दोपहर बाद खतरा बिंदु से एक मीटर 10 सेंटीमीटर पहुंच गया है। भारत माता मंदिर के पश्चिम तरफ नदी का दबाव बढ़ा है जिससे 15 मीटर बोल्डर नीचे धंसा है। सिंचाई विभाग के मजदूर नदी में दबे पत्थर के ऊपर बालू मिट्टी की बोरी भरकर डाल रहे हैं।
अति संवेदनशील भारत माता मंदिर बना हुआ है। नदी का जलस्तर भारत माता मंदिर पर पहुंचने को आतुर है। सिंचाई विभाग के लिए भारत माता मंदिर को बचाना चुनौती है। मौके पर कम मजदूर लगाए गए हैं। अगर नदी का यही रुख रहा तो भारत माता मंदिर को नीचे से कटान कर सकती है। भारत माता मंदिर के पश्चिम तरफ दरारें पड़ी हुई हैं। फोरलेन पुल के पास से टकराकर नदी सीधे श्मशान घाट पर दबाव बना दी है। श्मशान घाट के दक्षिण तरफ सुरक्षा में लगाए गए ठोकर 21 में 11 ठोकर बह गए हैं।
अब शमशान घाट से धनौली तक नदी पूर्ण रूप से दबाव बनाई है लेकिन अभी कोई क्षति नहीं है फिर भी श्मशान घाट संवेदनशील बना हुआ है। जो सिंचाई विभाग के लिए चुनौती साबित हो सकता है। धूम राज का घर, वृद्ध आश्रम, खाकी बाबा कुटी, जानकी घाट नदी के निशाने पर है। नदी कहीं ना कहीं कटान कर कर ही रही है। वर्तमान समय में जलस्तर बढ़ने से मुक्तिधाम के समीप कटान रुका हुआ है। महुला गढ़वाल बंधा पर नदी नवली और सरहरा के समीप बंधा के करीब आकर दबाव बना रही है। वहीं सभी रेगुलेटर बंद है फिर भी रेगुलेटर के नीचे से पानी मैदानी इलाके में पहुंच रहा है।
बीबीपुर बिलोली बंधा के करीब नदी आ गई है। गौरीडीह का रेगुलेटर बंद होने के बाद भी पानी पाउस करौली ताल में आ रहा है। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से दोहरीघाट कस्बे के तीन मोहल्ला मलाह टोला मेला राम भगवानपुरा नालों द्वारा पानी नगर में प्रवेश कर गया है। मेलाराम क्षेत्र में दुश्वारियां बढ़ी हैं तो नदी का जलस्तर बढ़ने से चारे की समस्या मुंह फैलाए खड़ी है। क्योंकि, लोहड़ा और नवली देवारा में नदी का पानी घुसकर फसलों को डुबो चुकी है। नदी के तटवर्ती इलाके पतनहीं, सरया, गोदनी, बीबीपुर, ताहिरपुर, बिलावली, रसूलपुर और सूरजपुर के तटवर्ती इलाकों की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। नदी का जलस्तर इसी तरह से रहा तो भयंकर बाढ़ आने की संभावना बढ़ती जा रही है।
Edited By: Abhishek sharma
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